MP Election 2023: मध्य प्रदेश में इस बार आसान नहीं है मंत्रियों की राह, इन तीन सीटों पर फंस रहा पेंच, जानिए किसे कहां से मिल रही चुनौती
MP Election 2023 Date: मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में मौजूदा सरकार के 33 में से 31 मंत्री फिर से चुनाव लड़ रहे हैं. इन सबके सामने अलग-अलग तरह की चुनौतियां हैं.
Madhya Pradesh Election 2023 News: मध्य प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में हफ्ते भर का समय बचा है. मतदान की तारीख नजदीक आते-आते सभी दल वोटरों को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. इस बार के चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है. कई सीटों पर कड़ी टक्कर और बड़े उलटफेर की बात भी सामने आई है.
वीआईपी उम्मीदवारों की बात करें तो इस बार उनके लिए भी मुकाबला इतना आसान नहीं है. कई सीटें ऐसी हैं जहां मामला फंसता हुआ दिख रहा है. आंकड़ों की बात करें तो इस चुनाव में मध्य प्रदेश के मौजूदा सरकार के 33 में से 31 मंत्री फिर से चुनाव लड़ रहे हैं. इन सबके सामने अलग-अलग तरह की चुनौतियां हैं. कई सर्वे रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 31 में से 11 मंत्रियों को इस बार त्रिकोणीय मुकाबले का सामना करना पड़ेगा. 6 सीटों पर कड़ा मुकाबला है, जबकि 2 सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस की जीत का दावा किया जा रहा है.
1. फंस सकती है कृषि मंत्री पटेल की सीट
कृषि मंत्री कमल पटेल हरदा विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक हैं. 2018 के चुनाव में उन्हें महज 6667 वोटों से जीत मिली थी. इस बार फिर उनके सामने कांग्रेस के रामकिशोर दोगने हैं. इस बार दोगने का पलड़ा इसलिए भारी लग रहा है क्योंकि इस सीट पर बीजेपी के बागी सुरेंद्र जैन ने कांग्रेस को सपोर्ट का ऐलान कर दिया है. ऐसे में कांग्रेस को जैन समुदाय के अलावा उनके सपोर्टर्स का भी वोट मिलना तय है. ऐसे में कमल पटेल यहां फंसते दिख रहे हैं.
2. महू में बीजेपी बागी बिगाड़ सकते हैं खेल
मध्य प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर की सीट भी इस बार फंसती दिख रही है. वह अंबेडकर नगर (महू) से खड़ी हैं. उनके खिलाफ कांग्रेस ने रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिया है. शुक्ला पहले भारतीय जनता पार्टी में ही थे, उन्होंने 2 महीने पहले ही कांग्रेस जॉइन की थी. ऐसे में उषा ठाकुर को वह कड़ी टक्कर दे सकते हैं. वहीं, बीजेपी के बागी अंतर सिंह दरबार चुनौती बन सकते हैं. इस सीट से टिकट कटने से नाराज विधायक अंतर सिंह दरबार इस बार निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे. ऐसे में यहां भी त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है.
3. जावद में त्रिकोणीय मुकाबला
प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा नीमच की जावद विधानसभा सीट से मैदान में हैं. उनके सामने कांग्रेस के समंदर पटेल प्रत्याशी हैं. समंदर पटेल सिंधिया समर्थक रहे हैं और इलाके में इनकी अच्छी पकड़ है. ऐसे में वह कड़ी चुनौती दे सकते हैं. बाकी की कसर बीजेपी बागी पूरनमल अहीर निकाल सकते हैं. वह यहां निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. इससे इस सीट पर भी त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं.
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