Maharashtra and Jharkhand Assembly Exit Polls: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के एग्जिट पोल में महाविकास अघाड़ी और महायुति के बीच कड़ा मुकाबला दिखाया गया है. इस पर नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं. महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, "महाराष्ट्र में लोग बीजेपी और उसके गठबंधन से नाराज हैं. इस बार के वोटिंग प्रतिशत ने यह साफ कर दिया है. बीजेपी ने जिस तरह के आरोप लगाए, वे जनता को गुमराह करने का प्रयास था. लोग हमारे साथ सहानुभूति रखते हैं."
उन्होंने आगे कहा, "बीजेपी ने पिछले रात जो ऑडियो जारी किया, वह उनकी हार के डर को दिखाता है. हमनें इस पर एफआईआर दर्ज कराई है."
महायुति की जीत का दावा
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने एग्जिट पोल पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले दस सालों में जो विकास हुआ, उसका फायदा महाराष्ट्र को मिला है. राज्य को केंद्र से 10 लाख करोड़ रुपये की योजनाएं मिलीं. पिछले ढाई साल में शिंदे-फडणवीस-अजित पवार सरकार के फैसले भी महायुति को फायदा पहुंचाएंगे."
वहीं, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा, "महायुति सरकार ने पिछले छह महीनों में कई योजनाओं को लागू किया है. जो झूठा नैरेटिव फैलाया जा रहा था, उसे जनता ने खारिज कर दिया है. 100% महायुति सरकार बनेगी."
केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह (ललन सिंह) ने एग्जिट पोल पर कहा, हमें पता है कि दोनों (महाराष्ट्र और झारखंड) जगह NDA की सरकार बनेगी. हरियाणा में भी कांग्रेस सरकार बना रही थी लेकिन क्या हुआ? कांग्रेस मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखती है, उन्हें सपने देखने दीजिए.
झारखंड में बीजेपी और कांग्रेस क्या कह रहे हैं?
बीजेपी उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने झारखंड में एग्जिट पोल के आकलनों को लेकर कहा, "हमने हर विधानसभा क्षेत्र में काम किया है. भ्रष्टाचार चरम पर है, युवा और छात्र निराश हैं, इसलिए बदलाव तय है."
वहीं, कांग्रेस नेता प्रणव झा ने कहा, "यह महागठबंधन के पक्ष में स्पष्ट जनादेश है. हम पिछली बार से बेहतर प्रदर्शन करेंगे. जनता का उत्साह और बीजेपी के खिलाफ लहर ने यह साफ कर दिया कि मुकाबला सिर्फ महागठबंधन के पक्ष में है."
एनसीपी-एससीपी नेता क्लाइड क्रैस्टो ने एग्जिट पोल को खारिज करते हुए कहा, "हमने हरियाणा में देखा कि एग्जिट पोल कुछ और दिखाते हैं और नतीजे कुछ और होते हैं. जमीन पर स्थिति अलग है. मुकाबला बराबरी का है, लेकिन हमें बढ़त है. हमें 23 नवंबर तक इंतजार करना चाहिए." महाराष्ट्र और झारखंड में एग्जिट पोल ने राजनीतिक पारा बढ़ा दिया है. दोनों राज्यों के नेताओं के बयान स्पष्ट करते हैं कि नतीजे आने तक सस्पेंस बना रहेगा.
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