नई दिल्ली: बीजेपी और शिवसेना के बागी उम्मीदवार सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए कल्याण ईस्ट और कल्याण वेस्ट विधानसभा क्षेत्रों में सिरदर्द बन गए हैं. टिकट नहीं मिलने के बाद कल्याण पश्चिम में बीजेपी के मौजूदा विधायक नरेंद्र पवार, गठबंधन के आधिकारिक उम्मीदवार शिवसेना के विश्वनाथ भोईर के खिलाफ एक निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. पवार को पार्टी से गुरुवार को निकाल दिया गया.


2014 के विधानसभा चुनावों में जब बीजेपी अकेले लड़ी थी, पवार ने यह सीट जीती थी. लेकिन 54,388 वोटों के साथ वो शिवसेना के विजय जगन्नाथ सालवी (52,169 वोट) से ज्यादा आगे नहीं थे. मनसे उम्मीदवार प्रकाश भोईर 20,160 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे. 2009 के चुनावों में प्रकाश भोईर ने 41,111 मतों के साथ जीत हासिल की थी और सेना के राजेंद्र देवलेकर को हराया था. इस बार शिवसेना के भोईर के अलावा नरेंद्र पवार, मनसे के प्रकाश भोईर, कांग्रेस के कंचन कुलकर्णी और VBA के नरेश गायकवाड़ मैदान में हैं. पांच-तरफ़ा प्रतियोगिता में पवार की उम्मीदवारी के प्रभाव की वजह से गठबंधन को चिंता है.


दूसरी ओर कल्याण पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में, शिवसेना के बागी उम्मीदवार धनंजय बोदारे आधिकारिक गठबंधन के उम्मीदवार गणपत गायकवाड़ के खिलाफ एक निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. गायकवाड़ दो बार के विधायक हैं. शिवसेना का एक वर्ग बीजेपी के पास इस सीट के जाने से नाखुश है और आरोप लगाया है कि गायकवाड़ ने निर्वाचन क्षेत्र के लिए बहुत कम काम किया है.


बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं, इनमें आधी से भी कम यानी कि 124 सीटों पर शिवसेना लड़ रही है. बाकी 164 सीटें बीजेपी और उसके सहयोगी दल लड़ रहे हैं. विधानसभा का चुनाव 21 अक्टूबर को होगा और वोटों की गिनती 24 अक्टूबर को की जायेगी.


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