मुम्बई: महाराष्ट्र के चुनावी मैदान में 3 दिग्गज नेताओं की बेटियां भी उतरीं हैं. वैसे तो राजनीति में इनकी एंट्री हुई अपने पिता की नजह से लेकिन राज्य की सियासत में इन्होने अपना नाम भी बना लिया है. जानिये कौन है ये महाराष्ट्र की ये दबंग डॉटर्स.
गीता गवली
आपने फिल्म सत्या में भिकू म्हात्रे का किरदार देखा होगा. वेब सीरीज सेकरेड गेम्स में गणेश गायतोंडे का किरदार देखा होगा. ये दोनो ही किरदार मुंबई के कुख्यात गैंगस्टर अरूण गवली से प्रेरित बताये जाते हैं. उसी अरूण गवली की बेटी गीता महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उतरी है. गीता गवली मुंबई की भायखला विधानसभा सीट से चुनाव लड रहीं हैं. इसी सीट से 2004 में गीता के पिता अरूण गवली भी विधायक चुने गये. गवली की बनाई गई पार्टी अखिल भारतीय सेना से गीता 2 बार पार्षद भी चुनीं गईं हैं. हत्या के मामले में दोषी साबित होने के बाद अरूण गवली जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है, लेकिन बेटी गीता ने उसके नाम का दबदबा भी कायम रखा है. गीता गवली के चलने-बोलने की स्टाईल में पिता अरूण गवली वाला रौब ही झलकता है.
गवली को किसी वक्त में शिवसेना का समर्थन मिला था लेकिन 1995 में जब शिवसेना सत्ता में आई तो दोनो के रिश्तों में कड़वाहट आ गई. शिवसेना को सबक सिखाने के लिये गवली ने अपनी पार्टी अखिल भारतीय सेना बनाई. इस पार्टी से एक बार विधायक बनने के बाद गवली का इरादा राजनीति में लंबी पारी खेलने का था, लेकिन हत्या के मामले में जेल होने के बाद अब गवली की सियासी विरासत बेटी गीता आगे बढ़ा रही है.
पंकजा मुंडे
पिता की सियासी विरासत बढाने वाली एक और बेटी हैं पंकजा मुंडे. बीजेपी के दिवंगत दिग्गज नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं पंकजा मुंडे. मुंडे मौजूदा महाराष्ट्र सरकार में ग्राम, महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं और मराठवाड़ा की परली सीट से चुनाव लड़ रही हैं. 2009 में पंकजा पहली बार विधायक चुनीं गईं और 2014 में उन्होंने दोबारा जीत हासिल की. गुरूवार को तीसरी बार पर्चा भरने जाते वक्त एक रोड सो निकाल कर अपना शक्ति प्रदर्शन किया. पंकजा मुंडे का मुकाबला अपने ही चचेरे भाई धनंजय मुंडे के साथ हो रहा है जो कि एनसीपी से उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
2014 के विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद जब मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं हुआ था तब संभावित नामों में पंकजा मुंडे की भी चर्चा हो रही थी क्योंकि वे महाराष्ट्र बीजेपी के सबसे बड़े नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटीं थीं. खुद पंकजा के मुंह से भी एक बार निकल गया कि जनता के मन की मुख्यमंत्री तो वे ही हैं. लेकिन उनकी उम्मीदों पर उस वक्त पानी फिर गया जब देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी ने राज्या का मुख्यमंत्री बनाया.
प्रणिति शिंदे
चुनाव लड़ रही दिग्गज राजनेताओं की बेटियों में एक नाम शुमार है प्रणिति शिंदे. प्रणिति महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के पूर्व गृहमंत्री सुशीलकुमार शिंदे की बेटी हैं. पंकजा मुंडे की तरह ही प्रणिति ने भी अपने सियासी करियर की शुरूवात 2009 से की जब वो सोलापुर सेंट्रल सीट से पहली बार विधायक बनीं. 2014 में दोबारा चुने जाने के बाद इस बार ये तीसरी बार कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में उतर रहीं हैं.
प्रणिति के पिता सुशीलकुमार शिंदे ने इस साल लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन वे चुनाव हार गये. हार की वजह वंचित आघाडी के उम्मीदवार के कारण अल्पसंख्यक और अनुसूचित जाति, जनजाति के वोटों का बंटवारा था. वंचित आघाडी ने इस बार भी अपना उम्मीदवार उतारा है. ऐसे में ये जानना दिलचस्प होगा कि क्या प्रणिति शिंदे विधानसभा में अपना हैट्रिक पूरा कर पातीं हैं?