Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी और महाविकास आघाड़ी (MVA) के बीच सीट बंटवारे को लेकर तालमेल नहीं बन पाया है. आघाड़ी गठबंधन से 5 सीटें मिलने की उम्मीद लगाए बैठे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने आखिर में बागी रुख अपनाते हुए 9 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतार दिया है.


महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 9 उम्मीदवारों का नामांकन कराकर समाजवादी पार्टी ने एमवीए की टेंशन बढ़ा दी है. वहीं, एमवीए के बागी ने भी नामांकन दाखिल कर इसमें इजाफा करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है. सपा ने जिन 9 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं, उनमें से ज्यादातर सीटें मुस्लिम वोटर्स के प्रभाव वाली हैं.


9 में 7 उम्मीदवार मुस्लिम, अखिलेश का चरखा दांव


सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की ओर से महाराष्ट्र चुनाव के उम्मीदवारों की लिस्ट में 'एम' फैक्टर भी साफ देखा जा सकता है. चुनाव के लिए जिन 9 प्रत्याशियों ने नामांकन भरा है, उनमें से 7 उम्मीदवार मुस्लिम हैं. सपा का ये सियासी दांव इन 9 सीटों पर एमवीए को गेम बिगाड़ सकता है. 


दरअसल, 2011 की जनगणना के मुताबिक महाराष्ट्र में 11.54 फीसदी (करीब 1.5 करोड़) आबादी मुस्लिम समुदाय की है. ये मुस्लिम आबादी महाराष्ट्र की 40 सीटों के नतीजों को प्रभावित करने की स्थिति में है. इनमें से ही 7 सीटों पर अखिलेश यादव ने महाविकास आघाड़ी को 'चरखा दांव' दे दिया है. इस मुस्लिम आबादी में से करीब 70 फीसदी उत्तर भारतीय मूल के मुस्लिम हैं. इनका संबंध यूपी-बिहार से हैं, जो सपा के प्लस प्वाइंट हो सकता है. 


मुंबई की मानखुर्द शिवाजी नगर, भायखला और ठाणे की भिवंडी ईस्ट, भिवंडी वेस्ट सीट पर सपा ने उम्मीदवार उतारे हैं. इसके साथ ही धुले, मालेगांव और औरंगाबाद सीट पर भी सपा के प्रत्याशियों ने नामांकन कर दिया है. ये तमाम सीटें मुस्लिम बहुल हैं और यहां वोटों का बिखराव एमवीए को तगड़ा नुकसान पहुंचा सकता है.


चुनावी मैदान में सपा ने किन्हें दिया मौका?


सपा ने मानखुर्द शिवाजीनगर में अबू आजमी, भायखला से सईद खान, भिवंडी ईस्ट से रईस शेख, मालेगांव सेंट्रल से निहाल अहमद, धुले सिटी से इरशाद जागीरदार, भिवंडी वेस्ट से रियाज आजमी, तुलजापुर से देवानंद साहेबराव रोचकरी, परांडा से रेवण विश्वनाथ भोसले और औरंगाबाद पूर्व से डा. अब्दुल गफार कादरी सय्यद को प्रत्याशी बनाया है.


महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी पांच सीटें मांग रही थी. हालांकि, हरियाणा की तरह ही महाराष्ट्र में भी कांग्रेस ने सपा को कोई भाव नहीं दिया. इसी के चलते अब अखिलेश यादव का ये चरखा दांव एमवीए पर भारी पड़ता नजर आ रहा है. हालांकि, 4 नवंबर तक उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख है. तभी महाराष्ट्र में अखिलेश यादव के दांव की स्थिति साफ हो पाएगी.


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