मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा के लिये नवनिर्वाचित 176 विधायक आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं. चुनाव निगरानी संस्था ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) द्वारा शनिवार को जारी आंकड़ों में यह दावा किया गया है. राज्य विधानसभा के कुल 288 विधायकों में 285 विधायकों के हलफनामों का विश्लेषण करने पर पाया गया कि 62 प्रतिशत (176 विधायक) के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं, जबकि 40 प्रतिशत (113 विधायक) के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं.


एडीआर ने कहा है कि बाकी तीन विधायकों के हलफनामे का अध्ययन नहीं किया जा सका क्योंकि चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उनके संपूर्ण कागजात उपलब्ध नहीं थे. निवर्तमान विधायकों और नवनिर्वाचित विधायकों के हलफनामों की तुलना करते हुए एडीआर ने कहा है कि 2014 के चुनाव में राज्य विधानसभा में 165 विधायक आपराधिक मामलों का सामना कर रहे थे और इनमें से 115 गंभीर आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे थे .


एडीआर के मुताबिक निवर्तमान विधानसभा की तुलना में नयी विधानसभा में करोड़पति विधायकों की संख्या ज्यादा है. आंकड़ों के मुताबिक नयी विधानसभा में कुल 264 (93 प्रतिशत) करोड़पति विधायक हैं जबकि निवर्तमान विधानसभा में 253 (88 प्रतिशत) विधायक करोड़पति थे. विज्ञप्ति में कहा गया, ‘नयी विधानसभा में विधायकों की औसत संपत्ति 22.42 करोड़ रुपये है, जो 2014 में 10.87 करोड़ रुपये थी. इस बार के चुनाव में कम से कम 118 विधायक फिर से चुने गए और 2019 में पुन: निर्वाचित विधायकों की औसत संपत्ति 25.86 करोड़ रुपये है.’


हरियाणा के 90 में 84 विधायक करोड़पति
चुनाव निगरानी संस्था ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) के एक विश्लेषण में कहा गया है कि हरियाणा के नवनिर्वाचित 90 विधायकों में से 84 विधायक करोड़पति हैं. एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक, करोड़पति विधायकों की संख्या में 10 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.


इसके अनुसार हरियाणा में प्रति मौजूदा विधायकों की संपत्ति का औसत 18.29 करोड़ रुपये है जबकि 2014 में यह 12.97 करोड़ रुपये था. एडीआर के विश्लेषण के अनुसार बीजेपी के 40 में से 37 विधायक और कांग्रेस के 31 में से 29 विधायक करोड़पति हैं. दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जजपा) के 10 विधायक सबसे अमीर हैं जिनकी औसत संपत्ति 25.26 करोड़ रुपये है.


रिपोर्ट के अनुसार 57 विधायकों की उम्र 41 से 50 वर्ष के बीच है, 62 विधायकों के पास स्नातक या उससे ऊपर की डिग्री है. रिपोर्ट के अनुसार, 90 विधायकों में से 12 पर आपराधिक मामले चल रहे हैं जबकि निवर्तमान विधानसभा में ऐसे विधायकों की संख्या नौ है. इसके अनुसार आपराधिक मामलों का सामना कर रहे विधायकों में से चार कांग्रेस से, दो बीजेपी से और एक जजपा से हैं.