Maharashtra Assembly Elections: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान को लेकर तीखा हमला किया, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी पर एक कार्यक्रम के दौरान खाली संविधान दिखाने का आरोप लगाया था. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के चुनावी घोषणा पत्र के लॉन्च पर बोलते हुए खरगे ने पीएम मोदी को "झूठों का सरदार" करार दिया.


खरगे ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि "मोदी ने दावा किया कि यह लाल किताब एक 'शहरी नक्सली' किताब है और मार्क्सवादी साहित्य का एक टुकड़ा है. फिर भी 2017 में उन्होंने खुद उसी किताब को तत्कालीन राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को भेंट किया था. उन्होंने यहां तक ​​कहा कि इसमें खाली पन्ने हैं." वहीं भाजपा के "बटेंगे तो कटेंगे" वाले नारे पर भी पलटवार करते हुए खरगे ने इसके इस्तेमाल पर सवाल उठाया और कहा कि इंदिरा और राजीव गांधी ने देश की एकता के लिए अपनी जान दे दी. उन्होंने भाजपा पर विभाजनकारी राजनीति का आरोप लगाया.


योगी और मोदी पर साधा निशाना


खरगे ने कहा, "इसका क्या मतलब है? आप किसको काटेंगे? इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने भारत को एकजुट रखने के लिए खुद को बलिदान कर दिया. यह नारा सीधे योगी का है. मोदी कहते हैं, 'एक हैं तो सुरक्षित हैं'. मुझे नहीं पता कि कौन सा नारा काम करेगा, लेकिन आप उस समूह से हैं, जिसने हमें आजादी दिलाने वाले व्यक्ति को मार डाला." 


महाराष्ट्र में जातिगत जनगणना कराएगी MVA


महाराष्ट्र में चुनावी वादों को सूचीबद्ध करते हुए खरगे ने वादा किया कि अगर विपक्षी गठबंधन एमवीए आगामी विधानसभा चुनावों में चुना जाता है तो महाराष्ट्र में जाति जनगणना शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा, "हम महाराष्ट्र में जातिगत जनगणना कराएंगे और तमिलनाडु की तरह आरक्षण की सीमा को मौजूदा 50 प्रतिशत से आगे बढ़ाएंगे. इस जनगणना का उद्देश्य लोगों को विभाजित करना नहीं है, बल्कि विभिन्न समुदायों की स्थिति को समझना है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उन्हें अधिक लाभ मिले." 


हर साल परिवारों को 3.5 लाख रुपये की राहत


एमवीए के घोषणापत्र में कृषि, ग्रामीण और शहरी विकास और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए पांच प्रमुख वादों की रूपरेखा दी गई है. खjगे ने बताया, "महाराष्ट्र की प्रगति और विकास के लिए हमारे पास पांच स्तंभ हैं. हमारी गारंटी परिवारों का उत्थान करेगी, जिससे प्रत्येक परिवार को प्रति वर्ष लगभग 3.5 लाख रुपये की राहत मिलेगी." घोषणापत्र में प्रमुख वादों में महालक्ष्मी योजना शामिल है, जिसके तहत महिलाओं को 3,000 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे, जो मौजूदा लड़की बहना योजना के तहत दिए जाने वाले 1,500 रुपये से अधिक है. इसके विपरीत, महायुति ने सत्ता में आने पर इसे बढ़ाकर 2,100 रुपये करने का वादा किया है. 


25 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा योजना शामिल


घोषणापत्र में 25 लाख रुपये के कवरेज वाली एक स्वास्थ्य बीमा योजना भी शामिल है, जो राजस्थान में पूर्व अशोक गहलोत सरकार की ओर से लागू की गई योजना के समान है. इसके अलावा, नागरिकों को मुफ्त दवाएं भी दी जाएंगी. किसानों को 3 लाख रुपये तक की ऋण माफी का लाभ मिलेगा. साथ ही समय पर ऋण चुकाने वालों को 50,000 रुपये की अतिरिक्त सहायता भी मिलेगी. एमवीए ने स्नातक या डिप्लोमा योग्यता रखने वाले बेरोजगार युवाओं को 4,000 रुपये प्रतिमाह देने का भी वादा किया है. साथ ही महिलाओं को बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाएगी. 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर लड़कियों को 1,00,000 रुपए दिए जाएंगे. एमवीए ने अपने शासन के पहले 100 दिनों के भीतर राज्य सरकार में 250,000 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू करने का भी वादा किया.


प्रेस वालों से डरते हैं मोदी 


खरगे ने कहा, “संविधान को खत्म करने की बात मोदी करते है. हम संविधान बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. मोदी जी आप खूब कोशिश करो हमें मिट्टी में दबाने की, लेकिन हम बार बार उगते रहेंगे..  क्योंकि हम बीज हैं. आप हमें मिटाने की कितनी कोशिश कीजिए. संविधान हमें बचाएगा… आप मिट जाएंगे.” खरगे बोले, “सरकार ने वोटिंग से बचने के लिए कई बिल को मनी बिल में कन्वर्ट किया. अच्छा कानून बने इसलिए हम लड़ाई लड़ रहे है. मोदी जी पहले लोगों को 400 पार बोलकर डराते थे. इसलिए किसी को अहंकार में नहीं रहना चाहिए. मोदी की सरकार माइनॉरिटी में है. दो टांगों पर टिकी हुई सरकार है. मोदी डरे हुए है. प्रेस कॉन्फ्रेंस से डरते हैं. प्रेस वालों से नहीं मिलते हैं.


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