मुंबईः महाराष्ट्र में चुनाव नतीजों के बाद से मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए बीजेपी और उसकी सहयोगी शिवसेना में झगड़ा बरकरार है. इस बीच बीजेपी ने आज अपना विधायक दल का नेता चुनने के लिए विधायकों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फडणवीस का विधायक दल का नेता चुना जाना तय है. बैठक विधान भवन में दोपहर बाद करीब एक बजे से शुरू होगी.
बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे अमित शाह
बड़ी बात यह है कि इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हिस्सा नहीं लेगें. वहीं, बीजेपी के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन के लिये सत्ता साझेदारी के "50:50" फॉर्मूले को अंतिम रूप देंगे. सूत्रों के मुताबिक, इस साल लोकसभा चुनाव से पहले दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर हुई बातचीत में "सत्ता के समान वितरण को लेकर सहमति बनी थी न कि मुख्यमंत्री पद को लेकर."
बीजेपी को अपना समर्थन देगी जन सुराज्य शक्ति पार्टी
चंद्रकांत पाटिल से जब मंत्रालय के समान बंटवारे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 50:50 फॉर्मूले को अंतिम रूप देंगे." इस बीच जन सुराज्य शक्ति पार्टी के नेता और साहूवाड़ी से विधायक विनय कोरे ने एलान किया कि वह बीजेपी को अपना समर्थन देंगे. समर्थन देने से पहले कोरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से मुलाकात की. कोरे का दल बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा था, लेकिन शिवसेना को साहूवाड़ी सीट दिए जाने के बाद उन्होंने बगावत कर दी थी. कोरे ने इस सीट से शिवसेना के उम्मीदवार बाबासाहेब पाटिल सारुदकर को हराया है.
50-50 फॉर्मूले को लेकर शिवसेना क्या कह रही है?
इसी महीने की 21 तारीख को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे दावा कर रहे हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले अमित शाह और मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस सत्ता साझेदारी के 50:50 फॉर्मूले पर सहमत हुए थे. शिवसेना सूत्रों के अनुसार फॉर्मूले में दोनों दलों के बीच बारी-बारी से अपनी पार्टी का मुख्यमंत्री बनाने पर भी सहमति बनी थी. हालांकि फड़णवीस ने इस बात से इनकार किया कि शिवसेना को कभी सत्ता साझेदारी के फॉर्मूले के तहत 2.6 साल के लिये मुख्यमंत्री पद देने का आश्वासन दिया गया था.
महाराष्ट्र के सभी 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव में बीजेपी ने 105 सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं शिवसेना के खाते में 56, एनसीपी 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की है.