Maharashtra Election: महाराष्ट्र में अखिलेश-ओवैसी का टूटा सपना, प्री पोल सर्वे के आंकड़े उड़ा रहे रातों की नींद
Election 2024 Survey: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर हुए सर्वे में महायुति को झटका लगता नजर आ रहा है. यहां अखिलेश और ओवैसी ने MVA के अलग कई उम्मीदवार उतारे, जिसका उन्हें नुकसान होता दिख रहा है.
Maharashtra Election 2024 Survey: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव पर पूरे देश की नजर बनी हुई है. महाविकास अघाड़ी (MVA) और महायुति के घटल दल के नेता अपने-अपने अलाइंस की सरकार बनने का दावा कर रहे हैं. इस बीच इलेक्टोरल एज का प्री पोल सर्वे सामने आया है, जिसमें एमवीए की जबरदस्त फायदा होता नजर आ रहा है. सर्वे की मानें तो एमवीए को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 157 सीटें मिल सकती है. इसमें कांग्रेस को 68 सीटें, एनसीपी (एसपी) को 44 सीटें, शिवसेना (यूबीटी) को 41 सीटें, समाजवादी पार्टी को 1 सीट, सीपीआईएम को 1 सीट और PWP को 2 सीटें मिल सकती है.
महायुति में बीजेपी को सबसे अधिक सीट- सर्वे
सर्वे के अनुसार महाराष्ट्र चुनाव में महायुति को जनता कुर्सी पर से उतार सकती है. इलेक्टोरल एज प्री पोल सर्वे की मानें तो बीजेपी को 79 सीटें, शिवसेना (शिंदे) को 23 सीटें, एनसीपी को 14 सीटें, RYSP को एक सीट और अन्य को 14 सीटें मिल सकती है.
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए नाक की लड़ाई बन चुकी है. हालांकि सर्वे में एमवीए की सरकार बनती तो नजर आ रही है, लेकिन अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (SP) और एआईएमआईएम (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी को यहां नुकसान होता दिख रहा है. 2019 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सपा और एआईएमआईएम दोनों ही पार्टी को 2-2 सीटें मिली थी.
सपा और AIMIM को नुकसान- सर्वे
समाजवादी पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 9 उम्मीदवारों का नामांकन कराकर एमवीए की टेंशन बढ़ा दी. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने जहां-जहां उम्मीदवार उतारे हैं, उनमें से ज्यादातर सीटों मुस्लिम वोटर्स का प्रभाव है. सपा ने जिन 9 उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है, उनमें से 7 मुस्लिम हैं. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने महाराष्ट्र चुनाव में 14 उम्मीदवारों को टिकट दिया है. सर्वे में दोनों ही पार्टी को एक-एक सीट मिलने का अनुमान है.
सर्वे में वोट शेयर की बात करें तो महायुति को 41 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है, जिसमें से बीजेपी को 24 फीसदी, शिवसेना (शिंदे) को 11 फीसदी, एनसीपी को 6 फीसदी वोट मिल सकता है. वहीं एमवीएम तो 49 फीसदी वोट मिल सकता है, जिसमें से कांग्रेस को 19 फीसदी, एनसीपी (SP) 13 फीसदी, शिवसेना (यूबीटी) को 17 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है.