'PM मोदी के आने से महाराष्ट्र हो जाता है असुरक्षित', संजय राउत का 'एक रहेंगे, सेफ रहेंगे' वाले बयान पर निशाना
Sanjay Raut: महाराष्ट्र में इस समय विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी परा बढ़ा हुआ है. इसी बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने PM मोदी पर निशाना साधा है.
Sanjay Raut: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधानसभा चुनाव से पहले धुले में 8 नवंबर को चुनावी रैली को संबोधित किया था. इस रैली के दौरान PM मोदी ने कहा था, "कांग्रेस पार्टी का एकमात्र एजेंडा एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाना है. वे नहीं चाहते कि एससी, एसटी और ओबीसी की तरक्की हो और उन्हें उचित पहचान मिले. याद रखें, 'एक है तो सुरक्षित है'."
उनके इस बयान पर अब शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र पहले से ही एक सुरक्षित राज्य है. PM मोदी जब भी महाराष्ट्र का दौरा करते हैं तो अस्थिरता पैदा करते हैं.
संजय राउत ने बोला PM मोदी पर निशाना
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा, "मुझे समझ में नहीं आता कि प्रधानमंत्री मोदी ऐसी भाषा का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं. पिछला नारा 'बटेंगे तो कटेंगे' विफल होने के बाद, उन्होंने अब यह नया नारा पेश किया है. महाराष्ट्र में लोग पहले से ही सुरक्षित हैं, लेकिन जब भी वो आते हैं, तब राज्य असुरक्षित हो जाता है क्योंकि वो अशांति को भड़काने की कोशिश करते हैं. वास्तव में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, हमें भाजपा को हटाना होगा."
कांग्रेस पर साधा था जमकर निशाना
धुले में चुनावी रैली के दौरान PM मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था. इस दौरान उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर भी कांग्रेस को घेरा था. उन्होंने कहा था कि, "आजादी के समय कांग्रेस के समय बाबा साहेब अंबेडकर ने बहुत कोशिश की थी कि शोषितों-वंचितों को आरक्षण मिले. लेकिन नेहरू जी अड़े हुए थे कि किसी भी कीमत पर दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को आरक्षण नहीं दिया जाएगा."
उन्होंने आगे कहा था, "बहुत मुश्किल से बाबा साहेब दलितों और पिछड़ों के लिए आरक्षण का प्रावधान करा पाए. नेहरू जी के बाद इंदिरा जी आई, उन्होंने भी आरक्षण के खिलाफ ऐसा ही रवैया जारी रखा. उनका भी मकसद यही था कि किसी भी कीमत पर एससी, एसटी, ओबीसी को प्रतिनिधित्व न मिल पाए."
कांग्रेस कर रही है बांटने की कोशिश
PM मोदी ने कहा था, "इंदिरा जी के बाद राजीव गांधी जी आए, उनकी भी सोच और अप्रोच अपने खानदान से अलग नहीं थी. राजीव गांधी ने भी ओबीसी आरक्षण का खुलकर विरोध किया था. ये लोग जानते थे कि अगर एससी, एसटी और ओबीसी समाज सशक्त हो गया, तो उनकी राजनीति की दुकान का शटर गिर जाएगा."
उन्होंने आगे कहा था, "राजीव गांधी के बाद अब इस परिवार की चौथी पीढ़ी के युवराज भी इसी खतरनाक भावना के साथ काम कर रहे हैं. कांग्रेस का एकमात्र एजेंडा है - किसी भी तरह SC/ST समाज की एकता को तोड़े, OBC समाज की एकता को चकनाचूर कर दें. कांग्रेस चाहती है कि SC समाज अलग-अलग जातियों में बिखरा रहे, ताकि SC समाज की सामुहिक शक्ति कमजोर पड़ जाए. कांग्रेस OBC और ST समाज को भी अलग अलग जातियों में बाटनें की कोशिश कर रही है."