Maharashtra BJP: 'रेवड़ी' के सहारे बीजेपी ने फतह कर लिया महाराष्ट्र का किला! क्या लाडली बहनों ने बदल दिया खेल?
Maharashtra Election Results: महाराष्ट्र में अबकी बार रिकॉर्ड वोटिंग हुई और सबसे ज्यादा महिलाओं ने घरों से निकलकर अपने वोट डाले, जिसका सीधा फायदा बीजेपी को मिलता दिख रहा है.
"रेवड़ी बांटने वाले आपको मूर्ख बनाने की कोशिश करते हैं..." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ ही महीने ये बयान विपक्षी दल कांग्रेस को लेकर दिया था. जिसमें उन्होंने कांग्रेस की गारंटी योजना का जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस रेवड़ी कल्चर को बढ़ावा दे रही है. इसी रेवड़ी कल्चर को लेकर पीएम मोदी और बीजेपी के तमाम बड़े नेता दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को भी निशाने पर लेते रहे हैं. हालांकि अब महाराष्ट्र चुनाव नतीजों के बीच बीजेपी की अपनी रेवड़ियों का भी जिक्र होने लगा है. कहा जा रहा है बीजेपी ने चुनाव से ठीक पहले महिलाओं को जो 'रेवड़ी' दी, उसने उसे बड़ा फायदा पहुंचाने का काम किया है.
क्या है रेवड़ी कल्चर?
दरअसल पिछले कई सालों से दिल्ली में लोगों को मुफ्त बिजली और पानी जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं, जिन्हें बीजेपी और खुद पीएम मोदी ने रेवड़ी कल्चर का नाम दे दिया. उनका मानना है कि जनता के बीज मुफ्त की रेवड़ी बांटकर उन्हें बहकाया जाता है और वोट लिए जाते हैं. हालांकि केजरीवाल का कहना है कि वो जनता पर जनता की भलाई के लिए पैसा खर्च कर रहे हैं. इसी तरह कांग्रेस ने भी कुछ राज्यों में मुफ्त बिजली और बाकी चीजों को लेकर ऐलान किए, इन्हें भी बीजेपी ने रेवड़ी कल्चर की कैटेगरी में डाल दिया.
महाराष्ट्र में बांटी गई रेवड़ी?
अब विपक्षी दलों की रेवड़ी तो बीजेपी को दूर से ही नजर आ जाती है, लेकिन पार्टी अपनी रेवड़ी चुपचाप बांट देती है और इसकी भनक तक किसी को नहीं लगती है. ऐसी ही रेवड़ी का जिक्र अब महाराष्ट्र में हो रहा है, जिसे माझी लड़की बहिन योजना या लाडली बहन योजना के नाम से लोग जानते हैं. खुद बीजेपी नेताओं का मानना है कि इस योजना का फायदा पार्टी को मिला है.
एडवांस में डाल दिए गए पैसे
अब योजनाएं तो हर सरकार अपने राज्य की महिलाओं या जनता के लिए लागू करती ही है, लेकिन इसे रेवड़ी का नाम इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि बीजेपी ने चुनाव से ठीक पहले लाडली बहन योजना की किस्त एडवांस में ही महिलाओं के खाते में डाल दी.
इस योजना के तहत हर महीने महिलाओं को 1500 रुपये मिलते हैं. अब चुनाव से पहले महिलाओं को रिझाने के लिए बीजेपी ने दिवाली के तोहफे के नाम पर 1500 नहीं बल्कि 3 हजार रुपये सीधे करोड़ों महिलाओं के खाते में डाल दिए. ये इस योजना की पांचवीं किस्त थी. इतना ही नहीं पार्टी ने ये भी वादा किया कि अगर दोबारा सरकार आती है तो इस योजना की राशि को 1500 से बढ़ाकर 2100 रुपये कर दिया जाएगा.
महिलाओं ने ज्यादा किया वोट
महिलाओं को दिवाली तोहफे के नाम पर बांटी गई ये रेवड़ी बीजेपी की सत्ता में वापसी की एक बड़ी वजह बन गई. महाराष्ट्र में रिकॉर्ड वोटिंग हुई और सबसे ज्यादा महिलाओं ने बढ़ चढ़कर वोटिंग में हिस्सा लिया. ऐसा राज्य में पहली बार हुआ. महाराष्ट्र में कुल 4.69 करोड़ महिला वोटर हैं, जिनमें से तीन करोड़ से ज्यादा महिलाओं ने घरों से निकलकर वोट किया. इसीलिए इसे बीजेपी की बंपर सीटों का एक बड़ा कारण माना जा रहा है. बता दें कि सरकार का दावा है कि इस योजना का लाभ राज्य की 2.40 करोड़ महिलाओं को मिल रहा है.
पहली बार नहीं दिखा बीजेपी का 'रेवड़ी कल्चर'
अब अगर आप ये सोच रहे हैं कि सिर्फ महाराष्ट्र में बीजेपी ने कथित रेवड़ी बांटने का काम किया है, तो आप गलत हैं. इससे पहले भी कई राज्यों में पार्टी ऐसा कर चुकी है. सूर्य घर योजना का नाम लेकर पीएम मोदी और तमाम बीजेपी नेता लगातार मुफ्त बिजली देने का दावा करते आए हैं. वहीं छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भी मुफ्त गारंटी वाले दावों के साथ बीजेपी ने सरकार बनाई. हालांकि ये नहीं कहा जा सकता है कि इसी के दम पर बीजेपी चुनाव जीत रही है, लेकिन कहीं न कहीं रेवड़ियों की मिठास बीजेपी के हाथों पर भी दिख ही जाती है. इसीलिए ये कहना तो बनता है कि बीजेपी दूसरों की रेवड़ी को तो रेवड़ी समझ रही है लेकिन अपनी रेवड़ी उनके लिए योजना है.
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