Maharashtra Elections: उद्धव ठाकरे का बैग क्यों किया गया चेक? चुनाव आयोग ने बता दिया
Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बैग की चेकिंग को लेकर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है, इस पर महायुति के नेताओं ने चुटकी भी ली.
Maharashtra Elections 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के प्रचार के दौरान शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बैग चेकिंग मामले ने तूल पकड़ा हुआ है. चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में वानी हेलीपैड पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बैग की तलाशी को लेकर चल रहे राजनीतिक विवाद पर प्रतिक्रिया दी है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने चुनाव आयोग के अधिकारियों के हवाले से बताया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले सभी एसओपी का पालन किया गया. सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच रस्साकशी तब शुरू हो गई जब उद्धव ठाकरे ने विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने यवतमाल पहुंचने पर चुनाव अधिकारियों की ओर से उनके बैग की तलाशी लेने का एक वीडियो शेयर किया.
चुनाव अधिकारियों पर आगबबूला हुए उद्धव ठाकरे
आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू होने के कारण, चुनाव अधिकारी मतदाताओं को लुभाने के लिए उपहार और नकदी के वितरण को रोकने के लिए नियमित रूप से औचक निरीक्षण करते हैं. वीडियो में वो चुनाव अधिकारियों से पूछ रहे हैं कि क्या उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके डिप्टी देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के बैग की जांच की है. उन्हें अधिकारियों से यह भी पूछते हुए सुना जा सकता है कि क्या वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बैग की जांच करते हैं, जब वे चुनावी रैलियों को संबोधित करने के लिए महाराष्ट्र आते हैं.
महायुति के नेताओं ने ली चुटकी
उन्होंने पूछा, "आप अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं और मैं अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा. जिस तरह से आपने मेरे बैग की जांच की, क्या आपने मोदी और शाह के बैग की भी जांच की?" उद्धव की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए महायुति नेताओं ने चुटकी ली कि उद्धव को अपने "चोरी किए गए पैसे" के पकड़े जाने का डर है. हालांकि, शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत भी इस टिप्पणी में शामिल हो गए और आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे और उनके सहयोगियों की ओर से भारी मात्रा में पैसे बांटे जा रहे हैं.