Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान होने से पहले महाराष्ट्र में राजनीति तेज हो गई है. नेशनल कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो शरद पवार के लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना के बाद खबर है कि पवार परिवार के 4 सदस्य चुनाव लड़ सकते हैं. शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले बारामती से सासंद हैं और उनका चुनाव लड़ना तय है. वहीं इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक अजीत पवार शिरूर और उनके बेटे पार्थ पवार मावल सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्टी को लगता है कि अगर पवार परिवार के ज्यादा सदस्य मैदान में उतरेंगे तो उनके जीतने की संभावना बढ़ जाएगी. इसके अलावा पार्टी का मानना है कि ज्यादा सीटें जीतने पर एनसीपी केंद्र में सरकार बनाने में निर्णायक भूमिका निभा सकती है.
शरद पवार के लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना
दो दिन पहले ही पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शरद पवार के घर पर जाकर लोकसभा चुनाव लड़ने की अपील की थी. कार्यकर्ताओं की अपील के बाद पवार ने भी लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना से इंकार नहीं किया.
2009 के लोकसभा चुनाव में शरद पवार ने सोलापुर की माधा सीट के चुनाव लड़ा था और वह चुनाव जीतने में कामयाब हुए थे. करीब दो दशकों तक बारामती से चुनाव जीतने के बाद पवार ने ये सीट अपनी बेटी के छोड़ दी थी.
2014 में माधा से लोकसभा चुनाव जीतने वाले विजय सिंह ने पवार से दोबारा चुनाव लड़ने की अपील की है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक एनसीपी नेताओं का मानना है कि पवार को पुणे का मावल सीट से चुनाव लड़ना चाहिए. एनसीपी ने गठबंधन में सहयोगी कांग्रेस से भी पुणे सीट देने की मांग की है.
सुप्रिया सुले ने शुरू किया प्रचार
पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने बारामती सीट से चुनाव प्रचार करना शुरू कर दिया है. सुप्रिया सुले इस सीट से दो बार लोकसभा चुनाव जीतने में कामयाब हुई हैं. वहीं महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री रहे अजीत पवार ने भी शिरूर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान किया है. रिपोर्ट्स की मानें तो अजीत पवार के बेटे पार्थ लगातार मावल सीट का दौरा कर रहे हैं और उनकी यहीं से लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी है.
बता दें कि महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं और सीटों के मामले में यह यूपी के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है. 2014 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को यहां की 42 सीटों पर कामयाबी मिली थी, जबकि यूपीए के हिस्से सिर्फ 6 सीटें आई थीं. लेकिन बीजेपी और शिवसेना में बढ़ती तल्खी के बीच 2019 में राज्य में चौंकाने वाले नतीजे सामने आ सकते हैं.