Assembly Elections 2024: निर्वाचन आयोग आज (15 अक्टूबर)  महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान करेगा. इसको लेकर दोपहर में 3:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेस होगी. महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है. वहीं, झारखंड विधानसभा का कार्यकाल अगले साल पांच जनवरी को समाप्त होने वाला है. 


हरियाणा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस इन दोनों विधानसभा चुनावों में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है. हालांकि अभी भी दोनों राज्यों में साथ बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है. 


जानें झारखंड में क्या बन रहे हैं समीकरण


झारखंड विधानसभा में 81 सीटों पर चुनाव होना है. हेमंत सोरेन के नेतृत्व में JMM ने साफ कर दिया है कि वो 49 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. ऐसे में कांग्रेस, आरजेडी और सीपीआई एमएल को 32 सीटों में ही एडजस्ट करना पड़ेगा. वहीं, कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं है. कांग्रेस ने पिछली बार 31 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इस बार कांग्रेस 33 सीटों पर अपना दावा पेश कर रही है.


कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी और जेवीएम के एक–एक विधायक उनकी पार्टी में शामिल हुए हैं. ऐसे में उन्हें दो ज्यादा सीटों मिलनी चाहिए. ऐसे में साफ है कि झारखंड में इंडियन गठबंधन सीट बंटवारे को लेकर अलग-थलग नजर आ रहा है.


मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कही ये बात


मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाला गठबंधन आगामी विधानसभा चुनाव में सभी 81 सीट पर चुनाव लड़ेगा. हेमंत सोरेन ने झामुमो की केंद्रीय समिति की बैठक के बाद पार्टी की चुनावी तैयारियों पर भरोसा जताया और आश्वासन दिया कि गठबंधन राज्य में फिर से सत्ता हासिल करेगा.


उन्होंने कहा, 'मैंने सभी कार्यकर्ताओं और कार्यकारी समिति के सदस्यों के साथ झामुमो केंद्रीय समिति की बैठक में भाग लिया. हमने अपनी चुनाव तैयारियों की समीक्षा की और हमें विधानसभा चुनाव जीतने का भरोसा है. झामुमो के नेतृत्व वाला गठबंधन सभी 81 सीट पर चुनाव लड़ेगा.' 


महाराष्ट्र में भी नहीं मिल रही 'बड़े भाई' की भूमिका!


महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सीटें हैं. लोकसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन से उत्साहित कांग्रेस महाराष्ट्र में बड़े भाई की भूमिका में नजर आना चाहती है. पार्टी यहां पर 115 सीटें लड़ना चाहती है. लेकिन उद्धव ठाकरे की शिव सेना कांग्रेस को बड़ा भाई बनाने को तैयार नहीं है. उद्धव ठाकरे की शिव सेना कांग्रेस के बराबर सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है.


वहीं, गठबंधन की तीसरी पार्टी शरद पवार की एनसीपी भी 80 के करीब सीटों पर लड़ना चाहती है. संभावित फार्मूला कांग्रेस 100–110 सीट, शिव सेना (उद्धव)100–110 सीट और एनसीपी (शरद पवार) 80–85 सीट का है. इसमें वाम दल और अन्य छोटे दलों को भी एडजस्ट किया जाएगा.


मुख्यमंत्री फेस को लेकर चल रही खींचतान


महाविकास आघाड़ी में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर खींचतान चल रही है. उद्धव ठाकरे की शिव सेना लगातार कांग्रेस से मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान करने की मांग कर रही है. ऐसे में कांग्रेस के लिए महाराष्ट्र की राह भी आसान नहीं दिख रही है.