(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
महाराष्ट्र लोकसभा उपचुनाव: नवलेवाडी गांव के लोगों का दावा- किसी को भी डाले गए वोट बीजेपी के खाते में गए
ग्रामीणों ने कहा कि एनसीपी उम्मीदवार श्रीनिवास पाटिल को दिए गए वोट बीजेपी उम्मीदवार उदयनराजे भोसले के खाते में जा रहे थे. जिला निर्वाचन अधिकारियों ने इस दावे को खारिज किया.
महाराष्ट्र लोकसभा उपचुनाव: महाराष्ट्र के एक गांव के मतदाताओं ने आरोप लगाया है कि सोमवार को लोकसभा उपचुनाव के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी थी जिसके चलते किसी भी उम्मीदवार को डाले गए वोट बीजेपी के खाते में चले गए. चुनाव अधिकारियों ने हालांकि, इस दावे को खारिज किया है. एनसीपी नेता शशिकांत शिन्दे ने कहा कि जब वह सतारा जिले में कोरेगांव तहसील के नवलेवाडी गांव में संबंधित चुनाव बूथ पर पहुंचे तो उन्होंने इस तरह की चीज होती हुई देखी. पश्चिमी महाराष्ट्र में कोरेगांव विधानसभा क्षेत्र की चुनाव अधिकारी कीर्ति नलवाडे ने ग्रामीणों के दावे को खारिज किया. उन्होंने कहा कि संबंधित गांव में ईवीएम बदली गई, लेकिन इसका ग्रामीणों के दावे से कोई लेना-देना नहीं है.
ग्रामीणों ने कहा कि एनसीपी उम्मीदवार श्रीनिवास पाटिल को दिए गए वोट बीजेपी उम्मीदवार उदयनराजे भोसले के खाते में जा रहे थे. गांव के पूर्व उप-सरपंच सायाजी निकम ने कहा, ''जब ग्रामीण दीपक रघुनाथ पवार अपना वोट डालने गया तो यही चीज हुई.'' निकम के दावे का समर्थन रोहिणी पवार, आनंद पवार, प्रह्लाद यादव और दिलीप वाघ नामक ग्रामीणों ने भी किया. जिला निर्वाचन अधिकारियों ने इस दावे को खारिज किया.
शिन्दे ने कहा कि जब वह चुनाव बूथ पर पहुंचे और अधिकारियों को इस बारे में बताया तो उन्होंने जल्दी से ईवीएम बदल दी. उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग को इस घटना पर गंभीर संज्ञान लेना चाहिए और भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति रोकनी चाहिए. राज्य विधानसभा चुनाव के साथ ही सतारा लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव भी 21 अक्टूबर को हुआ. शिन्दे ने कहा, ''मुझे कुछ मतदाताओं और अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से सूचना मिली कि एनसीपी उम्मीदवार को दिए जा रहे वोट बीजेपी उम्मीदवार के खाते में जा रहे हैं. जब तक मैं वहां पहुंचा, तब तक इस तरह लगभग 293 वोट डाले जा चुके थे.''
वहीं, नलवाडे ने कहा, ''मतदाताओं द्वारा मुद्दा उठाए जाने के बाद हमने उनसे मॉक टेस्ट के लिए एक फॉर्म भरने को कहा, लेकिन इसके लिए वे तैयार नहीं हुए.'' चुनाव अधिकारी ने कहा, ''हमने मशीन उनके दावे की वजह से नहीं, बल्कि बटन दबाने में कुछ दिक्कत के चलते बदली. मशीन बदलने का संबंधित दावे से कोई लेना-देना नहीं है.'' उन्होंने कहा कि सुबह के समय मतदान शुरू होने से पहले सभी बूथ एजेंटों की मौजूदगी में एक 'छद्म अभ्सास'' किया गया और उस समय किसी ने भी आपत्ति नहीं की. शाम चार बजे तक मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चला. सिक्किम के पूर्व राज्यपाल पाटिल ने कहा कि उन्होंने गांव के कुछ मतदाताओं की सूचना के आधार पर मुद्दा चुनाव अधिकारियों के समक्ष उठाया है.
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