नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों के नतीजों में एनडीए की प्रचंड जीत और पश्चिम बंगाल में शानदार प्रदर्शन के बाद टीएमसी के विधायकों का बीजेपी में आना लगातार जारी है. आज टीएमसी के तीन नेता बीजेपी में शामिल हुए, टीएम सी के एक मौजूदा विधायक और पूर्व विधायक ने बीजेपी का दामन थाम लिया. बीजेपी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने बीरभूम के लवपुर से टीएमसी के विधायक मनिरुल इस्लाम को बीजेपी की सदस्यता दिलाई.


इसके साथ ही पूर्व विधायक और बीरभूम टीएमसी युवा मोर्चा अध्यक्ष गदाधर हाजरा भी ने बीजेपी की सदस्या ग्रहण की. इसके साथ ही टीएमसी युवा मोर्चा महासचिव मो आशिफ इकबाल बीजेपी में शामिल हुए. बता दें कि कल टीएमसी के दो विधायक और एक सीपीएम विधायक समेत 40 से ज्यादा टीएमसी के पार्षद बीजेपी में शामिल हुए थे. इनमें बंगाल के बड़े नेता मुकुल रॉय के बेटे शुभ्रांशु रॉय, तुषार कांति भट्टाचार्य और सीपीएम के विधायक देवेंद्र रॉय शामिल हैं.





चुनाव लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद भी ममता बनर्जी और टीएमसी के बीच की अनबन जारी है. कल ममता बनर्जी ने कहा था कि वो प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण में शामिल होंगी लेकिन आज ऐन मौके पर उन्होंने चिट्ठी लिखकर शपथग्रहण में आने से इनकार दिया. ममता बनर्जी के इस फैसले के पीछे पीएम मोदी के उस फैसले को बताया जा रहा है जिसमें उन्होंने 16 जून 2013 से 26 मई 2019 के बीच बंगाल में राजनीतिक हिंसा का शिकार होने वाले पार्टी के कार्यकर्ताओं के परिवार वालों को शपथ ग्रहण में बुलाया गया है.


ममता बनर्जी के फैसले पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं ने आने की इच्छा जाहिर की थी, उन्हें हम कैसे मना कर सकते हैं. ममता बनर्जी न आने का बहाना खोज रही थीं. विजयवर्गीय ने कहा, ''हमारी बंगाली यूनिट ने कहा था कि ऐसे परिवारों को बुलाना चाहिए जिन्होंने बीजेपी के लिए लड़ाई लड़ते हुए जान दी तो हमने उनको बुलाया है. ममता जी का रवैया दिखाता है कि वह बहाना ढूंढ ही रही थी.'' उन्होंने कहा कि बंगाल में आतंकवाली राजनीति चल रही है, दीदी के राज में लोगों का दम घुट रहा है. लोगों के मन में भावना है कि प्रधानमंत्री मोदी सबका विकास करेंगे.


पश्चिम बंगाल लोकसभा चुनाव परिणाम
लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में टीएमसी को 22, बीजेपी को 18 और कांग्रेस को दो सीटें मिली है. वहीं वोट प्रतिशत देखें तो टीएमसी को 43.3 प्रतिशत, बीजेपी को 40.3 प्रतिशत और कांग्रेस को 5.6 प्रतिशत वोट मिले हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में कुल 42 सीटों में बीजेपी को मात्र दो सीटें मिली थी. टीएमसी ने 34 और कांग्रेस ने चार सीटों पर सफलता हासिल की थी.