Mallikarjun Kharge On SC-ST Reservation: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुग खरगे ने आरक्षण के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी का इरादा आरक्षण खत्म करने कहा है. उन्होंने कहा, "संसद में पीएम मोदी को ये कहना चाहिए था कि क्रीमी लेयर लागू नहीं होगा. बीजेपी ने पहले ही सरकारी नौकरी खत्म कर दी है."
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने केंद्र से पूछा कि क्रीमी लेयर लाकर सरकार किसको फायदा दे सकती है. उन्होंने कहा, "भारत में दलित समुदाय के लोगों के लिए आरक्षण बाबासाहेब के पूना पैक्ट के माध्यम से मिला था. बाद में पंडित जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी ने रिजर्वेशन पॉलिसी को जारी रखा. जिन सात जजों ने क्रीमी लेयर का मुद्दा उठाया उनलोगों ने गंभीरता से नहीं सोचा. अदालत के फैसले से हम अचंभित हैं. हमलोग हमेशा आरक्षण के लिए लड़ेंगे."
उन्होंने कहा, "राजनीतिक आरक्षण के साथ ही शिक्षा और रोजगार में भी आरक्षण एक जरूरी मुद्दा था, लेकिन अब एससी-एसटी के लोगों को क्रीमी लेयर का कहकर आरक्षण से बाहर निकालना, उनके ऊपर एक बड़ा प्रहार है."
लोकसभा चुनाव में उठाया था आरक्षण का मुद्दा
लोकसभा चुनाव कांग्रेस ने बीजेपी पर आरक्षण खत्म करने और संविधान को बदलने का आरोप लगाया था. पार्टी के सभी बड़े नेता अपनी रैलियों में इस बात का जिक्र किया करते थे. लोकसभा चुनाव के रिजल्ट आने के बाद बीजेपी के नेताओं ने भी इस बात का माना कि हम कांग्रेस के आरक्षण खत्म करने के मुद्दे का तोड़ नहीं निकाल पाए. अब एक बार फिर इस साल के अंत तक देश के कई देश के कई राज्यों में विधानसभा चुनाव तो उत्तर प्रदेश में उपचुनाव होने वाले हैं और कांग्रेस अब एक बार फिर आरक्षण के मुद्दे को लेकर हमलावर है.
सरकार बोलने से रोक रही- खरगे
राज्यसभा में शुक्रवार (9 अगस्त 2024) को उपराष्ट्रपति जगदीप धानखड़ और समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन के मुद्दे को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार दवाब डाल रही है और बोलने से रोक रही है. उन्होंने कहा कि सरकार को दवाब में लाने के लिए क्य करना है इस पर पूरा विपक्ष एक है.
देश में इस साल 4 राज्यों महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. इसके अलावा उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर भी चुनाव होने वाले हैं. कांग्रेस की सहयोगी समाजवादी पार्टी (सपा) लोकसभा चुनाव में पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के फॉर्मूले से सपा 37 सीटें जीत चुकी है. यही फॉर्मूला वह यूपी उपचुनाव में भी अपनाने वाले हैं, इस वजह से विपक्ष इस मद्दे को केंद्र पर निशाना साध रही है.