कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अमित शाह के रोड शो के दौरान हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने सख्त एक्शन लिया है. आयोग ने एक दिन पहले ही चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी है और गृह सचिव को हटा दिया है. आयोग के इस फैसले पर अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सवाल उठाए हैं, उन्होंने कहा कि मोदी और शाह ने चुनाव आयोग से यह फैसला करवाया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमित शाह हिंसा करने के मूड से ही आए थे, उनके खिलाफ एक्शन होना चाहिए.
आयोग के फैसले के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आईं ममता बनर्जी ने कहा, ''बीजेपी ने विद्यासागर की मूर्ति तोड़ी, मोदी ने आज इसके लिए माफी नहीं मागी. बंगाल की जनता ने इसे बहुत गंभीरता से लिया है, अमित शाह के खिलाफ एक्शन होना चाहिए.'' चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव आयोग भाजपा के अधीन चल रहा है, यह एक अभूतपूर्व निर्णय है. कल की हिंसा अमित शाह की वजह से हुई थी. चुनाव आयोग ने उन्हें कारण बताओ नोटिस क्यों नहीं जारी किया या उन्हें बर्खास्त क्यों नहीं किया?
उन्होंने कहा कि अमित शाह ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए चुनाव आयोग को धमकी दी, क्या ये इसी का नतीजा है. बंगाल डरा नहीं है, बंगाल को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि मैं मोदी के खिलाफ बोल रही हूं. चुनाव आयोग का निर्णय अनुचित, अनैतिक और राजनीतिक रूप से पक्षपाती है. पीएम मोदी को कल अपनी दो रैलियां खत्म करने का समय दिया गया.
कल रोड शो में हुई हिंसा पर सवाल उठाते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि यूपी से, बिहार से और राजस्थान से बीजेपी के गुंडे आए थे. उन्होंने कहा कि अमित शाह के कल रोड शो में कल 15-20 करोड़ रुपया खर्च किया है. कहां है चुनाव आयोग ? क्या बीजेपी आपको जो कहती है आप सिर्फ वही करते हैं? हम आपकी इज्जत करते हैं आपको भी विपक्ष को जगह देनी चाहिए. क्या देश में किसी को भी बोलने का हक नहीं है.
ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल के लोग इसका जवाब देंगे. मैं हर इंसान से रिक्वेस्ट करती हूं कि नरेंद्र मोदी ने जो मेरा अपमान किया है, इसका जवाब देंगे. मोदी को देश से निकाल दो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत हमला करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि नरेंद्र मोदी अपनी पत्नी का ध्यान नहीं रख सकते तो देश का ध्यान कैसे रख सकते हैं?
क्या फैसला सुनाया है चुनाव आयोग ने?
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में हुई हिंसा के बाद चुनाव आयोग सख्त हो गया है. आज चुनाव आयोग ने बड़ा एलान किया है कि पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार एक दिन पहले यानी 24 घंटे पहले ही खत्म हो जाएगा. जो चुनाव प्रचार शुक्रवार को खत्म होना था वो कल रात 10 बजे से थम जाएगा. राज्य में किसी भी प्लेटफॉर्म पर चुनाव प्रचार से जुड़ी गतिविधि नहीं की जा सकेगी. इसके अलावा चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के गृह सचिव को भी सेवा मुक्त कर दिया है. चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव को गृह सचिव की जिम्मेदारी सौंपने का आदेश दिया है.