Punjab Election 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में पूर्व प्रधानमंत्री ने मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने वीडियो संदेश के जरिए लोगों से कांग्रेस को जिताने की अपील की. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज स्थिति बहुत चिंताजनक है. लोग मंहगाई और बेरोजगारी से परेशान हैं लेकिन साढ़े सात साल सरकार चलाने के बाद भी सरकार लोगों की समस्याओं के लिए पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहरा रही है. प्रधानमंत्री के पद का जिम्मेदारी भरा होता है, देश और इतिहास पर दोष लगा कर अपने गुनाह कम नहीं कर सकते.


मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने कहा कि मैंने ज्यादा बोलने की बजाय काम से बोलने को तरजीह दी. मैंने कभी राजनीतिक लाभ के लिए देश की शान में कमी नहीं होने दी. दुनिया में भारत का और भारतीयों का मान बढ़ाया.


बीजेपी (BJP) के साथ ही बिना नाम लिए आम आदमी पार्टी (AAP) और अकाली दल पर तंज कसते हुए मनमोहन सिंह ने कहा, ''मुझपर कमजोर प्रधानमंत्री का आरोप लगाने वाली बीजेपी और उसकी बी और सी टीम का प्रचार आज बेनकाब हो चुका है. देश आज पुराने कामों को याद कर रहा है.''


पंजाबी में बोलते हुए मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने पंजाबी स्वाभिमान का मुद्दा उठाया और कहा कि बीते दिनों प्रधानमंत्री की सुरक्षा के नाम पर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब के लोगों को बदनाम करने की कोशिश की गई. किसान आंदोलन के दौरान भी पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की कोशिश की गई. जिन पंजाबियों की बहादुरी, देशभक्ति और कुर्बानी को पूरी दुनिया सलाम करती है, उन्हें क्या कुछ नहीं कहा गया. पंजाब की धरती पर पैदा हुए एक भारतीय के रूप में मुझे काफी दुख हुआ.



मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने तीखा हमला करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार को अर्थव्यवस्था की कोई समझ नहीं है. देश आर्थिक मंदी में फंस गया है. बेरोजगारी चरम पर है. अन्नदाता दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं. सामाजिक असमानता बढ़ रही है, कर्जा बढ़ रहा है, कमाई घट रही है. अमीर और अमीर, गरीब और गरीब हो रहे हैं. लेकिन सरकार आंकड़ों में गड़बड़ कर सब चंगा बता रही है. सरकार की नीति और नीयत दोनों में खोट है. इनकी नीति में स्वार्थ है और नियत में नफरत है. अपने स्वार्थ के लिए लोगों को जात-धर्म के नाम पर आपस में लड़ाया जा रहा है. सरकार का नकली राष्ट्रवाद खोखला और खतरनाक है. यह अंग्रेजों की बांटो और राज की करो कि नीति पर टिका हुआ है. सरकार को संविधान पर जरा भी भरोसा नहीं है. संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है.


मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने कहा, ''देश के अंदर ही नहीं सरकार विदेश नीति के मोर्चे पर भी पूरी तरह नाकाम साबित हुई है. चीनी सैनिक बीते एक साल से हमारी पवित्र धरती पर बैठे हैं. लेकिन इस मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है. पुराने दोस्त बिखरते जा रहे हैं. अन्य देशों के साथ भी संबंध खराब हो रहे हैं. उम्मीद है सरकार को यह समझ आ गई होगी कि नेताओं को जबरदस्त गले लगाने, बिना बुलाए बिरयानी खाने पहुंच जाने से देश के रिश्ते नहीं सुधर सकते.''


कांग्रेस (Congress) के लिए वोट करने की अपील करते हुए मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने कहा कि पंजाब में विकास, खेती, बेरोजगारी की समस्या सुलझाना जरूरी है. यह काम कांग्रेस ही कर सकती है.


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