MCD Elections 2022: दिल्ली नगर निगम के चुनाव का प्रचार का आखिरी दौर चल रहा हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछले 7 सालों से नगर निगम पर काबिज है. आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी पूरी ताकत के साथ इस चुनाव में अपना दम दिखा रहे हैं. दिल्ली में नगर निगम का चुनाव 4 दिसंबर को होगा.
पिछले बार का नगर निगम चुनाव इस बार हो रहे चुनाव से किन मामलों में अलग है. यह आपको हम बताने जा रहे हैं.
1. साल 2017 में हुए नगर निगम चुनाव में 3 नगर निगम सीट थी, इस बार के चुनाव में केवल एक ही सीट हो गई है.
2. पिछले बार 2017 के चुनाव में कुल वार्डों की संख्या 272 थी. इस बार 22 वार्डों को मर्ज करने के बाद इस बार केवल 250 वार्ड ही रह गए हैं.
3. 2017 में हुए नगर निगम के चुनाव में कुल 3 मेयर होते थे, हालांकि इस बार केवल एक ही मेयर के चुनाव होगा.
4. इस बार नगर निगम के चुनाव के लिए कुल 13,665 पोलिंग बुथ बनाए गए हैं, जबकि साल 2017 के चुनाव में 13,138 ही पोलिंग बुथ बने थे.
5. पिछले 5 सालों में दिल्ली के वोटरों की संख्या करीब 14 लाख बढ़ गए हैं. इस बार नगर निगम के चुनाव में कुल 1.47 करोड़ मतदाता हैं. जबकि 2017 के चुनाव में केवल 1.33 करोड़ ही मतदाता थे.
6. इस बार के चुनाव में प्रत्याशी की खर्च सीमा की बात करें तो वह बढ़कर 8 लाख हो गई है. पिछले चुनाव में यह आंकड़ा 5 लाख 75 हजार ही था.
7. बात अगर रिजर्व सीटों की करें तो इस बार रिजर्व सीटों का आंकड़ा कम हो गया है. इस बार केवल 42 ही रिजर्व सीट हैं, जबकि 2017 के चुनाव में कुल 46 रिजर्व सीट पर चुनाव हुए थे.
8. इस बार महिलाओं के लिए भी रिजर्व सीटों की संख्या में गिरावट आई है. इस बार के मतदान में महिलाओं के लिए रिजर्व सीटों की संख्या घटकर 125 हो गई है. पिछली बार यह आंकड़ा 138 था.
9. इस बार प्रत्याशियों के संख्या में भी गिरावट आई है. पिछली बार के मुकाबले लगभग प्रत्याशियों की संख्या आधी हो गई है. इस बार कुल 1349 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. पिछली बार 2,537 प्रत्याशी चुनाव लड़े थे.
10. इस बार चुनाव में दागी उम्मीदवारों की संख्या में गिरावट आई है. इस बार कुल 139 दागी उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. पिछले बार 175 दागी उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे.
11. इस बार के नगर निगम के चुनाव में करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या में भी कमी आई है. इस बार कुल 556 करोड़पति उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. पिछले बार यह आंकड़ा 697 था.