यूपी की जिस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं रामायण के राम अरुण गोविल, जानें वहां कितनी है मुसलमानों की आबादी
मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट पर अभी बीजेपी के राजेंद्र अग्रवाल सांसद हैं. चर्चा है कि पार्टी उनका टिकट काट सकती है और रामायण के राम अरुण गोविल को यहां से चुनाव लड़वा सकती है.
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मेरठ-हापुड़ पार्लियामेंट सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) दूसरी लिस्ट में बड़ा खेल करने जा रही है. माना जा रहा है कि इस बार बीजेपी मौजूदा सांसद राजेंद्र अग्रवाल का टिकट काट सकती है और उनकी जगह अरुण गोविल को उतारने का सोच रही है. रामायण सीरियल में भगवान राम के रोल से सबका दिल जीतने वाले अरुण गोविल के नाम की चर्चा बहुत तेज है. वैसे और भी लोगों के नाम को लेकर बात चल रही है, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा अरुण गोविल की है.
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में मेरठ-हापुड़ सीट चुनाव के नजरिए से काफी अहम मानी जाती है. इस सीट को जीतने में मुस्लिम वोटर्स की बड़ी भूमिका रहती है क्योंकि यहां मुसलमानों का यहां बड़ा तबका रहता है. इसके अलावा, दलितों की भी यहां बड़ी आबादी रहती है. आइए मेरठ-हापुड लोकसभी सीट के जातीय समीकरण पर एक नजर डाल लेते हैं.
मेरठ का जातीय समीकरण
2019 के आंकड़ों के अनुसार, मेरठ में मुसलमानों की लगभग 5 लाख 64 हजार आबादी रहती है. दूसरे नंबर दलित हैं. यहां जाटव समुदाय के 3 लाख, 14 हजार 788 लोग रहते हैं. इसके अलावा, 58,700 वाल्मीकि समाज के लोग हैं. जनरल कास्ट की बात करें तो ब्राह्मण समुदाय की 1 लाख 18 हजार, वैश्य की 1 लाख 83 हजार, त्यागी समुदाय की 41 हजार, जाटों की 1 लाख 30 हजार और गुर्जरों की 56,300 आबादी रहती है.
इनके अलावा, सैनी समुदाय की 41 हजार 150, प्रजापति समाज के 46 हजार 800, पाल समुदाय के 27 हजार और कश्यपों की 30 हजार के आसपास आबादी रहती है. मेरठ के अंतर्गत 5 विधानसभा सीटें आती हैं. इमें हापुड़, किठौर, मेरठ कैंट, मेरठ सिंटी और मेरठ दक्षिण शामिल हैं.
2 मार्च को बीजेपी ने पहली लिस्ट जारी की थी. 195 उम्मीदवारों की लिस्ट में उत्तर प्रदेश की 51 सीटों का भी नाम है. अब पार्टी की दूसरी लिस्ट पर सबकी नजरें टिकी हैं क्योंकि ऐसी चर्चा है कि पार्टी कई दिग्गजों का टिकटा काट सकती है. वर्तमान में बीजेपी के राजेंद्र अग्रवाल मेरठ से सांसद हैं, लेकिन इस बार उनका टिकट कटना तय माना जा रहा है. इस बीच कई नामों की चर्चा है, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा अरुण गोविल की हो रही है.