Meghalaya Election 2023: 'स्थिति बदल चुकी है, मेघालय में इस बार बीजेपी का होगा मुख्यमंत्री', असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा का दावा
Meghalaya Election: सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि अब स्थिति बदल गई है, बीजेपी अपने पैरों पर खड़ी है. हम सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त हैं.
Meghalaya Election: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने मेघालय विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी की जीत का दावा किया है. उन्होंने चुनाव में जीत पर विश्वास जताते हुए रविवार को कहा कि मेघालय में स्थिती बदल चुकी है और बीजेपी पूर्वोत्तर राज्य में अगली सरकार बनाने जा रही है.
सीएम हिमंता बिस्वा सरमा पूर्वोत्तर जनतांत्रिक गठबंधन (NEDA) के संयोजक हैं. वो मेघालय चुनावों के लिए बीजेपी के प्रचार अभियान की निगरानी के लिए शिलांग पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, "पिछली बार बीजेपी ने दो सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार हम 60 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. इस बार हमारी सरकार बनेगी. इस बार मुख्यमंत्री बीजेपी से होगा."
ताकि कांग्रेस सरकार न बना पाए
उन्होंने आगे कहा, "पहले हमें यह सुनिश्चित करने के लिए नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के साथ गठबंधन करने की जरूरत थी कि कांग्रेस सरकार न बना पाए. लेकिन, अब स्थिति बदल गई है, बीजेपी अपने पैरों पर खड़ी है. हम सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त हैं."
बीजेपी पर ईसाई विरोधी पार्टी होने का आरोप
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि हम सरकार के पिछले पांच सालों का विश्लेषण नहीं कर रहे हैं, यह समय की जरूरत थी. हमने वही किया जो हमें करना चाहिए था लेकिन अब आगे बढ़कर हम अपनी सरकार बनाना चाहते हैं.
विपक्ष ने बीजेपी पर 'ईसाई विरोधी' पार्टी होने का आरोप लगाया था, इस आरोप पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जो समाज के हर वर्ग के साथ चलती है.
ईसाई विरोधी का सवाल ही कहां है?
असम के सीएम ने कहा, "लोगों ने पोप और हमारे प्रधानमंत्री के बीच व्यक्तिगत तालमेल देखा है. ईसाई विरोधी का सवाल ही कहां है? जब प्रधानमंत्री कई बार पोप से मिले और उन्हें भारत आने के लिए आमंत्रित किया, तो ईसाई विरोधी का सवाल ही कहां है?"
बता दें कि बीजेपी ने मेघालय की सभी 60 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. मेघालय विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 27 फरवरी को होगा. वहीं, राज्य के वोटों की मतगणना दो मार्च को की जाएगी. बीजेपी ने पिछले विधानसभा चुनाव में 47 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और उसे महज दो सीटों पर जीत मिली थी.