Meghalaya Elections 2023: 'भ्रष्ट सरकार को सबक सिखाना जरूरी...', मेघालय CM कोनराड पर भड़कीं महुआ मोइत्रा
Meghalaya Elections 2023: मेघालय में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. तमाम नेता चुनावी रैली कर एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने भी राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया.
Meghalaya Elections 2023: तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) ने मंगलवार (21 फरवरी) को मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा (Conrad Sangma) पर खराब विकास और राज्य में बढ़ते भ्रष्टाचार को लेकर निशाना साधा. उन्होंने राज्य में 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) के प्रचार के दौरान एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए राज्य सरकार पर अपना गुस्सा निकाला.
सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि मेघालय में विकास लाने में विफल रहने के लिए भ्रष्ट सरकार को सबक सिखाया जाना चाहिए. सड़कों की स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि अगर किसी ने उनसे कहा कि मेघालय के मुख्यमंत्री का घर तुरा में है तो उन्हें यकीन नहीं होगा, क्योंकि राजाबाला से तुरा की ओर जाने वाली सड़क की हालत खराब है. तुरा से डालू तक कोई सही सड़क नहीं है. इस वजह से यहां लोगों को नियमित रूप से यात्रा करने में दिक्कत होती है.
Meghalaya Elections 2023 : रोड टेंडर को रद्द होने पर साधा निशाना
उन्होंने आगे कहा कि एक विपक्षी सांसद के रूप में उन्हें पता है कि काम करना कितना मुश्किल है. एनपीपी सरकार ने महेंद्रगंज के विधायक डिक्कांची डी शिरा के रोड टेंडर को रद्द कर दिया. अगर टेंडर रद्द हो गए तो सड़क कैसे बनेगी? एनपीपी सरकार पैसे देने में विफल रही. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस जानती है कि सत्ता से कैसे लड़ना है और लोगों के लिए कैसे काम करना जारी रखना है.
Meghalaya Elections 2023 : महिला सशक्तिकरण पर दिया जोर
महुआ ने जीत का दावा करते हुए कहा कि इतनी भारी भीड़ को देखने के बाद उन्हें पता है कि 27 फरवरी को आप हमें विजयी बनाने जा रहे हैं. उन्होंने जनता से बड़ी संख्या में मतदान करने और टीएमसी की जीत का अंतर बढ़ाने की अपील की. टीएमसी के महिला सशक्तिकरण के दृष्टिकोण पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि ममता दीदी के सत्ता में आने के बाद महिला-केंद्रित योजनाओं को अथक रूप से लागू किया है. महिला-ड्रॉपआउट दर को कम करने और स्कूलों में उचित शौचालयों का निर्माण करने के लिए काम किया है. बच्चों को अब स्कूल यूनिफोर्म, किताबें, स्टेशनरी और यहां तक कि खाना भी उपलब्ध कराया जा रहा है.
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