MP Salary and his Power: अगले साल लोकसभा चुनाव होंगे. इस चुनाव की तैयारियों को लेकर राजनीतिक दल अभी से जुट गए हैं. कोई भी अपनी तरफ से किसी तरह की कसर नहीं छोड़ना चाहता, हर पार्टियां अधिक से अधिक सीटें जीतना चाहती हैं. अलग-अलग राज्यों में सांसदों की संख्या भी अलग-अलग है.


यहां हम आपको बताएंगे सांसदों के बारे में. हम बताएंगे कि सांसदों की सैलरी कितनी होती है, सैलरी से अलग उन्हें और कौन-कौन सी सुविधाएं मिलती हैं. उनके पास किस तरह के काम होते हैं.


सांसद को मिलने वाली सैलरी और सुविधाएं


संसद सदस्य (वेतन, भत्ता और पेंशन) अधिनियम 1954 के तहत एक सांसद को सैलरी और अन्य सुविधाएं दी जाती हैं. अगर सैलरी की बात करें तो एक सांसद को महीने में 1 लाख रुपये वेतन के रूप में मिलता है. इसके अलावा 1 अप्रैल 2023 से एक नया नियम लागू किया गया है, जिसके तहत सांसदों की सैवरी और दैनिक भत्ते में हर पांच साल के बाद बढ़ोतरी की जाएगी. एक सांसद को किसी सदन के सत्र में या किसी समिति की बैठक में उपस्थित होने या संसद सदस्य से जुड़े किसी भी काम से यात्रा करने पर अलग भत्ता दिया जाता है. अगर सांसद रोड से यात्रा कर रहा है तो तो उसे 16 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से अलग भत्ता मिलेगा.


घर और ऑफिस के लिए भी मिलता है भत्ता


सांसद को हर महीने 70 हजार रुपये निर्वाचन क्षेत्र भत्ते के रूप में मिलते हैं. इसके अलावा सांसद को दिल्ली स्थित अपने निवास या दिल्ली के कार्यालय में टेलिफोन लगवाने पर कोई चार्ज नहीं देना होता है. उसे पचास हजार फ्री लोकल कॉल की सुविधा मिलती है. सांसद को कार्यालय व्यय भत्ते के रूप में हर महीने 60 हजार रुपये मिलते हैं.


ट्रैवल और मेडिकल फैसिलिटी भी कम नहीं


एक सांसद को एक पास भी दिया जाता है जिसकी मदद से वह किसी भी समय रेलवे से मुफ्त में यात्रा कर सकता है. यह पास किसी भी ट्रेन की फर्स्ट क्लास एसी या एग्जिक्यूटिव क्लास में मान्य होता है. काम के सिलसिले में विदेश यात्रा करने पर भी सांसद को भत्ता दिया जाता है. टिकट की सुविधा विदेश से वापस आने पर भी मिलती है. इसके अलावा उसे मेडिकल फैसिलटी भी मिलती है.


क्या हैं सांसद के काम


एक सांसद अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के अलावा जनता से जुड़े मुद्दे और सवालों को संसद में उठाता है. संसद में जब कोई कानून पास होना होता है तो सांसद वोटिंग करता है. इसके अलावा वह राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव में सीधी भूमिका निभाता है. वह कई समितियों में रहकर भी देश और लोगों की भलाई के लिए काम करता है.


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