मिजोरम की इन 4 विधानसभा सीटों पर रहेगी सबकी निगाहें, जानिए कौन है किसके सामने, किसका पलड़ा है भारी
Mizoram Assembly Election 2023: मिजोरम में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में मिजो नेशनल फ्रंट ने 40 में से 26 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. जोरम पीपुल्स मूवमेंट 8 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर थी.
Mizoram Assembly Election 2023 News: मिजोरम में कल (7 नवंबर को) विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा. इसके बाद लोगों की नजर तीन दिसंबर को आने वाले नतीजों पर रहेगी. 40 सीटों वाली मिजोरम विधानसभा में फिलहाल मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) के पास बहुमत है. पर इस बार चुनावी समीकरण पहले से बिल्कुल अलग नजर आ रहे हैं.
इस बार मिजोरम में त्रिकोणीय मुकाबला है और तीनों ही दलों के बीच कड़ी टक्कर है. मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) और कांग्रेस के साथ-साथ इस बार लालदुहोमा के नेतृत्व वाली जोरम नेशनलिस्ट पार्टी (जेडएनपी) भी सत्ता की दावेदार बताई जा रही है. चुनाव से पहले आइए जानते हैं यहां की कुछ महत्वपूर्ण सीटों के बारे में जिन पर सबकी नजर बनी रहेगी.
ये हैं चार महत्वपूर्ण सीटें
1. सेरछिप: इस विधानसभा सीट से जेडपीएम नेता और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालडुहोमा मैदान में हैं. 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में वह यहां से जीते थे. इस बार उनके सामने एमएनएफ के नवागंतुक जे. माल्सावमज़ुअल वानचावंग और कांग्रेस उम्मीदवार आर. वानलालट्लुआंगा हैं. लालडुहोमा ने 2018 में इस सीट से पांच बार के मुख्यमंत्री ललथनहवला को मात दी थी. इस बार यहां माल्सावमज़ुअल वानचावंग के आने से मुकाबला औऱ रोमांचक हो गया है.
2. आइजोल पूर्व-1: सबसे चर्चित सीट की बात करें तो आइजोल पूर्व-1 सबसे खास है. यहां सबकी नजरें टिकी रहेंगी. इस सीट पर निवर्तमान मुख्यमंत्री जोरमथांगा फिर से ताल ठोक रहे हैं. जोरमथांगा 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां से जीते थे. इस बार उनके सामने जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) के उपाध्यक्ष लालथानसांगा हैं. आइजोल ईस्ट-I पारंपरिक रूप से कभी कांग्रेस का गढ़ था. ऐसे में यहां त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है.
3. आइजोल पश्चिम-III: इस सीट पर भी इस बार त्रिकोणीय मुकाबला है और तीनों ही एक-दूसरे पर भारी पड़ते दिख रहे हैं. निवर्तमान जेडपीएम विधायक वी.एल. ज़ैथनज़ामा के खिलाफ पूर्व वित्त मंत्री और वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष लालसावता और एमएनएफ उम्मीदवार के. सॉमवेला ताल ठोक रहे हैं. 2008 में यह निर्वाचन क्षेत्र अस्तित्व में आया, इसके बाद से किसी भी पार्टी ने यहां लगातार जीत दर्ज नहीं की है.
4. हच्छेक: हच्छेक को इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह त्रिपुरा सीमा के पास मिजोरम के ममित जिले में स्थित है. इस सीट पर फिलहाल कांग्रेस के लालरिंडिका राल्टे विधायक हैं. उनका मुकाबला वर्तमान राज्य खेल मंत्री रॉबर्ट रोमाविया रॉयटे से होगा. एमएनएफ ने इस सीट पर रोयटे को उतारा है. इस सीट पर हमेशा कांग्रेस का दबदबा रहा है. लेकिन इस बार रोयटे भी मजबूत नजर आ रहे हैं. मुख्य विपक्षी दल जेडपीएम ने के.जे. लालबियाकनघेटा को टिकट दिया है.
ये भी पढ़ें
'...भूपेश बघेल अब दुबई के रिमोट से संचालित होंगे', स्मृति ईरानी का छत्तीसगढ़ के सीएम पर वार