Mizoram Election Result 2023 News: मिजोरम विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजे आ चुके हैं. मिजो नेशनल फ्रं (एमएनएफ) को इस बार हार का सामना करना पड़ा है. जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) ने 40 में से 27 सीटें जीतकर एमएनएफ को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. जोरम पीपुल्स मूवमेंट की इस बड़ी जीत के और एमएनएफ की बड़ी हार के काफी चर्चे हो रहे हैं.


वैसे तो एमएनएफ की हार के पीछे कई लोकल कारण रहे, लेकिन वोटों की समीक्षा करेंगे तो आपको इस बड़े अंतर की वजह पता चलेगी. दरअसल, एमएनएफ के वोट शेयर में इस बार 2.6 प्रतिशत अंकों की गिरावट आई है. इस गिरावट के कारण एमएनएफ को 2018 के चुनाव परिणामों की तुलना में 16 सीटों का नुकसान हुआ है.


इतना रहा एमएनएफ का टोटल वोट शेयर 


भारत चुनाव आयोग के अनुसार, एमएनएफ का वोट शेयर 2018 के 37.7 प्रतिशत के मुकाबले इस बार (2023 में) 35.1 प्रतिशत रहा. एमएनएफ को केवल 10 सीटें ही मिल सकीं हैं, जो पांच साल पहले की तुलना में 16 कम हैं. एमएनएफ को कुल 2,46,388 वोट मिले.


जेडपीएम को मिले 37.86 प्रतिशत वोट


40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा के लिए 7 नवंबर को मतदान हुआ था, जिसमें 82 प्रतिशत से अधिक वोटिंगग हुई थी. राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 8,57,063 है. वोट पर्सेंटेज को देखें तो जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) को इस चुनाव में 37.86 प्रतिशत वोट मिले हैं और वह 27 सीटें जीतने में कामयाब रही है. पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में इस बार 2,65,755 वोट मिले हैं.


पार्टी के रूप में ZPM का था पहला चुनाव


जेडपीएम 2018 में 8 सदस्यों के साथ मिजोरम विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल था. ZPM का गठन 2017 में हुआ था, लेकिन चुनाव आयोग ने इसे 2019 में मान्यता दी थी. ऐसे में एक पार्टी के रूप में जेडपीएम का यह पहला चुनाव था. 2018 के चुनाव में इसके प्रत्याशी निर्दलीय के रूप में मैदान में थे.


कांग्रेस को उठाना पड़ा सबसे ज्यादा नुकसान


इस बार हुए विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को हुआ है, जिसे पांच साल पहले 29.98 फीसदी वोट मिले थे, लेकिन इस बार यह वोट शेयर घटकर 20.82 फीसदी रह गया है. 1,46,113 वोट पाने के बाद सबसे पुरानी पार्टी 2018 में मिली पांच सीट की तुलना में केवल एक सीट ही जीत सकी.


बीजेपी का वोट शेयर घटा, लेकिन सीट बढ़ी


वहीं भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो उसका वोट शेयर भी इस बार यहां गिरा है. 2018 में बीजेपी को 8.09 प्रतिशत वोट मिले थे, लेकिन इस बार कुल वोट शेयर 5.06 प्रतिशत रहा है. 2018 में बीजेपी ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार उसे दो सीट पर जीत मिली है. पार्टी को इस चुनाव में कुल 35,524 वोट मिले हैं.


आम आदमी पार्टी को मिले सिर्फ 0.09 पर्सेंट वोट


आम आदमी पार्टी (आप) का प्रदर्शन एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की तरह यहां भी खराब रहा है. पार्टी ने पहली बार मिजोरम में चुनाव लड़ा और कोई भी सीट जीतने में असफल रही. उसे महज 615 वोट मिले, जो कुल मतदान का 0.09 प्रतिशत था. अन्य की श्रेणी में, जिनमें अधिकतर निर्दलीय शामिल थे, 4,749 वोट (0.68 प्रतिशत) पड़े. कुल 2,778 मतदाताओं यानी 0.4 प्रतिशत नोटा का बटन दबाया. 2018 में यह 0.46 फीसदी था.


बता दें कि एमएनएफ, जेडपीएम और कांग्रेस ने इस बार सभी 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जबकि भाजपा ने 23 निर्वाचन क्षेत्रों और आप ने चार विधानसभा सीटों में उम्मीदवार उतारे थे. 27 निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में थे.


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