(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
राहुल गांधी का मजबूत हुआ ग्राफ...हरियाणा में PM के लिए कौन पहली पसंद? MOTN Survey में चौंका रहे नतीजे
Mood Of The Nation Survey: हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर 1 अक्टूबर को मतदान होगा, जबकि चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे. हालांकि, ये सर्वे 15 जुलाई, 2024 और 10 अगस्त, 2024 के बीच हुआ है.
Mood Of The Nation Survey: चुनाव आयोग के हरियाणा विधानसभा चुनाव तारीखों के ऐलान के बाद से राज्य में सियासी सरगर्मी भी बढ़ गई है. सभी राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को लुभाना भी शुरू कर दिया. विपक्षी दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सत्ता से बाहर करने की फिराक में हैं तो बीजेपी सत्ता बचाने की कोशिश कर रही है. वहीं, एक सर्वे सामने आया है उसमें बताया गया कि हरियाणा में इस बार किसकी सरकार बन सकती है.
इंडिया टुडे ने सी वोटर के साथ मूड ऑफ द नेशन सर्वे किया है. जिसमें कहा गया कि अगर, आज चुनाव हुए तो हरियाणा में किसकी बनेगी सरकार और प्रधानमंत्री के लिए कौन सा नेता हरियाणा की जनता की पहली पसंद?आइए जानते हैं कि क्या कहता है ये सर्वे.
पीएम पद के नरेंद्र मोदी पहली पसंद, मगर राहुल गांधी भी पीछे नहीं
सर्वे के मुताबिक, प्रधानमंत्री पद के लिए हरियाणा की 51 फीसदी जनता की पहली पसंद पीएम मोदी बने हुए हैं, जबकि 41 फीसदी जनता की पसंद विपक्ष के नेता राहुल गांधी हैं. दरअसल, मूड ऑफ द नेशन का अगस्त 2024 का सीवोटर सर्वे 15 जुलाई, 2024 और 10 अगस्त, 2024 के बीच हुआ है. इसका सैंपल साइज 1,36,463 लोगों के बीच किया गया है.
सांसदों और विधायकों के प्रदर्शन से कितने फीसदी लोग हैं संतुष्ट?
इस सर्वे के मुताबिक हरियाणा में 29 फीसदी लोग सांसदों के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं, जबकि 21 फीसदी लोग कुछ हद तक संतुष्ट हैं, वहीं 38 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो सांसदों को कामकाज से काफी असंतुष्ट नजर आए. अगर बात करें विधायकों के प्रदर्शन की तो 33 फीसदी जनता विधायकों के कामकाज से संतुष्ट हैं, जबकि 20 फीसदी कुछ हद तक संतुष्ट हैं, वहीं 40 फीसदी लोग विधायकों के प्रदर्शन से नाराज लग रहे हैं.
विपक्ष की भूमिका लेकर जनता का क्या है कहना?
मूड ऑफ द नेशन सर्वे के मुताबिक, जब लोगों से विपक्ष की भूमिका पर सवाल किया. इस पर हरियाणा में 31 फीसदी लोग विपक्ष की भूमिका से संतुष्ट है, जबकि 22 फीसदी लोग कुछ हद तक संतुष्ट हैं, वहीं 34 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो विपक्ष के कामकाज से असंतुष्ट हैं. ऐसे में सर्वे से पता चल रहा है कि लोग विपक्ष से भी बहुत ज्यादा खुश नजर नहीं आ रहे हैं. वहीं, हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर 1 अक्टूबर को मतदान होगा, जबकि चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे.
जानिए क्या है हरियाणा का सियासी समीकरण?
दरअसल, हरियाणा की सत्ता पर फिलहाल बीजेपी काबिज है. जहां साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी 36.7 फीसदी वोट शेयर के साथ 40 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी. तब कांग्रेस को 28.2 फीसदी वोट मिले थे. ऐसे में कांग्रेस 31 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही थी. जबकि, दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) 14.9 फीसदी वोट शेयर के साथ 10 सीटें जीतने में कामयाब रही थी.
इसके अलावा हरियाणा लोकहित पार्टी ने एक फीसदी से भी कम वोट शेयर के साथ एक सीट पर जीत हासिल की थी. साथ ही 7 निर्दलीय भी चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचने में सफल रहे थे. हालांकि, कोई भी पार्टी सरकार बनाने के लिए अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा छूने में कामयाब नहीं हो पाई थी. जिसके बाद 40 सीटें जीतने वाली बीजेपी ने जेजेपी, हरियाणा लोकहित पार्टी और निर्दलीयों के समर्थन से सरकार बना ली थी.
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