Mumbai Northwest Lok Sabha Seat: उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट के रिटर्निंग अधिकारी के खिलाफ 'अवैध रूप से' एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना के उम्मीदवार को मात्र 48 वोटों से विजेता घोषित करने के लिए अदालत जाएगी. शिवसेना (यूबीटी) नेता अनिल परब ने आरोप लगाया कि रिटर्निंग अधिकारी वंदना सूर्यवंशी मतगणना प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने में विफल रहीं. उन्होंने कहा, '19वें दौर की गिनती तक सब कुछ ठीक था.'
शिवसेना (यूबीटी) नेता अनिल परब ने आरोप लगाते हुए कहा, ' जब रवींद्र वायकर पिछड़ने लगे, तो आरओ ने मतगणना एजेंटों के साथ डेटा साझा करना बंद कर दिया. इसके अलावा, मतगणना टेबल को दूर रखा गया था, जहां उम्मीदवार के मतगणना एजेंट विवरण देखने तक पहुंचने में असमर्थ थे. इस प्रक्रिया में काफी गोपनीयता बरती गई जिससे गड़बड़ी का संदेह पैदा होता है."
लगाए थे ये गंभीर आरोप
शिवसेना (यूबीटी) नेता अनिल परब ने कहा, 'ईवीएम की गिनती में उनकी पार्टी का उम्मीदवार एक वोट से आगे था. इसे बाद फिर से गिनती हुई. रिटर्निंग ऑफिसर के पास कुछ फोन आए थे और वो दबाव में दिख रही थी. उन्होंने हमें अपनी चिंता जताने का भी समय नहीं दिया. बता दें कि मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा क्षेत्र में एक ईवीएम की कथित हैकिंग को लेकर विवाद खड़ा हो गया है.
रिटर्निंग अधिकारी ने किया आरोपों का खंडन
रिटर्निंग अधिकारी वंदना सूर्यवंशी ने EVM हैकिंग के आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा, 'ईवीएम एक स्टैंडअलोन नॉन-प्रोग्रामेबल डिवाइस है जिसे अनलॉक करने के लिए किसी मोबाइल ओटीपी की आवश्यकता नहीं होती है."
उन्होंने आगे कहा, 'ईवीएम में कोई वायरलेस और गैर-वायरलेस क्षमता नहीं है. यह कोई संचार उपकरण नहीं है. मतदान के बाद ईवीएम को सील कर दिया जाता है और मतगणना के दिन इसे मतगणना एजेंटों के सामने ही में खोला जाता है. यह एक फुल-प्रूफ प्रणाली है.'