BJP, शिंदे सेना,अजित की NCP छोड़िए! इनसे भी वोट फीसदी में फिसड्डी रह गए MVA के शरद-उद्धव-पटोले
Maharashtra Assembly Elections: अगर इंडिविजुअल वोट शेयर देखा जाए तो कांग्रेस का 12.52 फीसदी, एनसीपी (SP) का 11.28 फीसदी और शिवसेना (यूबीटी) का 26.77 फीसदी रहा.
Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति ने जीत दर्ज की तो वहीं महा विकास अघाड़ी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा. महा विकास अघाड़ी का कुल वोट शेयर 33.65 फीसदी रहा. अगर अगर इंडिविजुअल वोट शेयर देखा जाए तो कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शपा) से भी अच्छा प्रदर्शन अन्य छोटे दलों के उम्मीदवारों और निर्दलीय प्रत्याशियों का था. एमवीए का परफॉर्मेंस अन्य छोटे दलों से भी बेकार रहा.
अगर इंडिविजुअल वोट शेयर देखा जाए तो कांग्रेस का 12.52 फीसदी, एनसीपी (शपा) का 11.28 फीसदी और शिवसेना (यूबीटी) का 26.77 फीसदी रहा, लेकिन एमवीए की इन तीन प्रमुख पार्टियों से भी बेहतरीन वोट शेयर अन्य छोटे दलों, निर्दलीय उम्मीदवारों का था. अन्य पार्टी ने उम्मीदवारों ने कुल 12 सीटें जीती हैं. जिनका वोट शेयर 18.18 फीसदी है. जो शरद पवार, उद्धव ठाकरे और नाना पटोले की पार्टियों के वोट शेयर से कई ज्यादा है.
12 सीटें जीतने वाली अन्य पार्टियां, जिनका वोट परसेंटेज 18.18 फीसदी रहा.
- समाजवादी पार्टी-सपा
- जन सुराज्य शक्ति - जेएसएस
- राष्ट्रीय युवा स्वाभिमान पार्टी
- राष्ट्रीय समाज पक्ष - आरएसपीएस
- ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन
- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) - सीपीआई (एम)
- पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया - पीडब्ल्यूपीआई
- राजर्षि शाहू विकास अघाड़ी - आरएसवीए
- स्वतंत्र - आईएनडी
शिवसेना vs शिवसेना
महाराष्ट्र चुनाव में असली और नकली की भी लड़ाई देखी गई, जिसमें शिवसेना बनाम शिवसेना थी. एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उद्धव ठाकरे की शिवसेना के बीच मुकाबला था. एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 81 सीटों पर प्रत्याशी उतारे, जिनमें से 57 कैंडिडेट जीते तो वहीं उद्धव ठाकरे 95 सीटों पर चुनाव लड़ रहे थे, लेकिन मात्र 20 पर ही जीत दर्ज कर पाए. एकनाथ शिंदे को उद्धव सेना से तीन गुना ज्यादा सीट मिली है.
एनसीपी vs एनसीपी
दूसरी ओर एनसीपी बनाम एनसीपी भी थी, जहां पर अजित पवार की एनसीपी ने 59 में से 41 सीटें जीती तो वहीं उनके चाचा शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी 86 सीटों पर लड़ रही थी, जिसमें से केवल 10 पर ही जीत हासिल कर पाई. दोनों के बीच 29 सीटों पर सीधी लड़ाई थी, जिसमें अजित पवार की एनसीपी ने शरद पवार की एनसीपी को मात दे दी. अजित पवार की सीटें शरद पवार से चार गुना ज्यादा हैं.