Meghalaya-Nagaland Election: मेघालय और नागालैंड में 27 फरवरी को मतदान होना है जिसको लेकर शनिवार (25 फरवरी) को प्रचार का शोर थम गया. मेघालय विधानसभा की 59 सीटों के लिए मतदान होना है तो वहीं, नागालैंड में 16 जिलों की 60 विधानसभा सीटों में से 59 पर मतदान होगा. चुनाव के नतीजे 2 मार्च को घोषित होंगे. 


मेघालय चुनाव में क्या मुद्दे होंने अहम तो नागालैंड में क्या है स्थिति... पढ़ें.


मेघालय


मेघालय चुनाव को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी एफ आर खारकोंगोर ने बताया, "चुनाव प्रचार बिना किसी कानून व्यवस्था की समस्या के समाप्त हो गया है. आयोग ने 27 फरवरी को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान कराने की तैयारी कर ली है. कुल 369 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत दांव पर है." उन्होंने बताया कि कुल 3,419 मतदान केंद्रों पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे जिनमें से 640 को संवेदनशील, 323 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील और 84 मतदान केंद्रों को अति जोखिम वाले केंद्र के तौर पर चिह्नित किया गया है.


ये मुद्दे सत्ता रहे सत्तारूढ़ पार्टी को डर


वहीं, सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी जो सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है. इस बार पार्टी को सत्ता विरोधी लहर से जूझना पड़ सकता है. पहाड़ी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास की कमी इस बार प्रमुख चुनावी मुद्दों में से एक है. भ्रष्टाचार के और आरोप भी एनपीपी सरकार को सता रहे हैं. इसके अलावा, जयंतिया और खासी पहाड़ियों में अवैध कोयला खनन का मामला भी इस साल के चुनाव के नतीजों पर असर डाल सकता है.


वहीं, प्रमुख चुनावी मुद्दों की बात करें तो बेरोजगारी युवाओं की शिकायत और मांग है. सभी पार्टियों ने अपने घोषणा पत्र में नौकरियों और चुनाव के अवसर पैदा करने का वादा किया था जो पूरे होते नहीं दिखे हैं. मेघालय चुनावों में एक और महत्वपूर्ण मुद्दा, ईसाई और गैर ईसाई है. खासकर खासी पहाड़ी क्षेत्रों में ये मुद्धा अहम दिखेगा. 


बीजेपी चीफ ने किया ये वादा...


मेघालय बीजेपी चीफ अर्नेस्ट मावरी ने कहा राज्य में ईसाई लोगों की संख्या अधिक है. पार्टी अगर चुनाव में जीत हासिल करती है तो वो राज्य में ईसाई की सुरक्षा पर खास ध्यान देगी. उन्होंने ये भी कहा, गोमांस के सेवन पर भी प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा. 


नागालैंड


वहीं, नागालैंड में भी 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार शनिवार को थम गया है. सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच 16 जिलों की 60 विधानसभा सीटों में से 59 पर मतदान होगा. नगालैंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) वी. शशांक शेखर ने कहा कि 59 विधानसभा क्षेत्रों के 2,315 मतदान केंद्रों पर मतदान दलों की आवाजाही शनिवार से शुरू हो गई. चुनाव अधिकारियों के अनुसार, सोमवार को होने वाले चुनाव में 6,55,144 महिलाओं सहित लगभग 13 लाख मतदाता चार महिला उम्मीदवारों सहित 183 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करेंगे.


अलोंतकी सीट से...


प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में उत्तरी अंगामी है जो एनपीडीडी उम्मीदवार और नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफिउ रियो के चुनाव भाग्य का फैसला करेंगे. टीयू जहां बीजेपी उम्मीदवार और उपमुख्यमंत्री यानथुंगो पैटन, पेरेन जहां दो बार के मुख्यमंत्री टीआर जेलियांग एनडीपीपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे. नागालैंड बीजेपी प्रमुख तेमजिन इमना अलॉन्ग अलोंतकी सीट से चुनाव लड़ेंगे. इस वक्त वो उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री के रूप में भी कार्यरत हैं. इस सीट से सिर्फ जनता दल यूनाइटेड ने अपना प्रत्याशी जे लानू लोंगचर ने उतारा है.


वहीं, कुल मिलाकर, राष्ट्रीय और राज्य दलों के 12 राजनीतिक दल मैदान में हैं. सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि उसकी सहयोगी बीजेपी ने 20 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. कांग्रेस ने 23 उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जबकि नागा पीपुल्स फ्रंट 22 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है. राजद, लोजपा के रामविलास पासवान गुट, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा के नेतृत्व वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी और राकांपा सहित अन्य दल भी मैदान में हैं. साथ ही 19 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं.


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