Nagaland DGP: नगालैंड विधानसभा चुनावों के लिए 27 फरवरी को वोटिंग होनी है, जिसके नतीजे 2 मार्च को आएंगे. चुनाव से पहले, नगालैंड पुलिस ने पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करते हुए गश्त बढ़ा दी है. नगालैंड पुलिस को इस महीने के आखिर में होने वाले चुनाव के दिन में चुनाव संबंधी घटनाओं की सूचना मिली है.


समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए नगालैंड के पुलिस महानिदेशक (DGP) रूपिन शर्मा ने कहा कि राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस को जिलों में तैनात कर दिया गया है. उन्होंने कहा, "नगालैंड में छोटी दूरी के लिए भी इलाके में आना-जाना बहुत मुश्किल है. पुलिस कर्मी कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए काफी प्रयास कर रहे हैं."


फौरन पुलिस को सूचित करें- डीजीपी


डीजीपी रूपिन शर्मा ने नागरिकों से आग्रह करते हुए कहा कि अगर किसी को भी कोई अप्रिय सूचना मिलती है या हिंसा करने की योजना बनाते हुए सूचना मिलती है तो फौरन वे पुलिस को सूचित करें. रूपिन शर्मा ने कहा कि पुलिस ने गाड़ियों की आवाजाही की जांच कड़ी कर दी है और जिलों में गश्त को बढ़ा दिया गया है. 


वाहनों की जांच करना जरूरी


डीजीपी ने कहा, "चुनाव के दौरान शराब, तस्करी या नकदी की आवाजाही से निपटने के लिए वाहनों की जांच करना जरूरी है. यह चुनाव आयोग के तहत मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के खिलाफ है. ये सभी चीजें स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में बाधा डालती हैं. राजनीतिक दल, कार्यकर्ताओं और लोगों को इसको लेने-देने से बचना चाहिए."


रूपिन शर्मा ने आगे कहा कि पूरे नगालैंड में औचक निरीक्षण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकारी पंजीकृत वाहनों की चेकिंग भी बढ़ा दी गई है. उन्होंने कहा, "जिन लोगों ने नगालैंड सरकार द्वारा नंबर प्लेट बदलने के लिए नीलाम किए गए वाहनों को लिया है, सरकार के पास ऐसे वाहनों के इस्तेमाल करने की खबरें हैं और पुलिस के स्टिकर अब भी चल रहे हैं. लोगों को ऐसा करने से बचना चाहिए. अगर ऐसे लोगों को पुरानी नंबर प्लेट का इस्तेमाल करते हुए पाया जाता है तो वाहनों को पुलिस जब्त कर लेगी." 


यह भी पढ़ें: Election Survey: लहर, कोर वोटर, सर्वे, हिंदू, मुस्लिम... सब छोड़ दीजिए, ये वोटर ऐन वक्त पर बिगाड़ सकते हैं किसी भी पार्टी का खेल