महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019: कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही एनसीपी दो सीटों पर मुकाबले से बाहर हो गई है. चिंचवड और भोसरी विधानसभा सीट पर एनसीपी अपने उम्मीदवार उतारने में कामयाब नहीं हो पाई. हालांकि पार्टी ने दावा किया है कि खास रणनीति के तहत इन दो सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारे गए.
चिंचवड सीट से एनसीपी ने प्रशांत शितोले को टिकट दिया था. लेकिन प्रशांत शितोले का पर्चा चुनाव आयोग ने रिजेक्ट कर दिया है. चुनाव आयोग का कहना है कि प्रशांत शुक्रवार तीन बजे तक पार्टी का ए बी फॉर्म जमा नहीं करवा पाए, इसलिए एनसीपी उम्मीदवार के तौर पर उनका नॉमिनेशन स्वीकार नहीं किया गया.
शितोले ने कहा, ''मुझे अजीत पवार ने पार्टी उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल करने के लिए कहा था. चुनाव आयोग का पार्टी का ए बी फॉर्म नहीं मिला. मुझे नहीं पता क्या हुआ. मैं इसके बारे में और कुछ नहीं कह सकता.'' अपने उम्मीदवार का पर्चा रिजेक्ट होने पर चिंचवड सीट पर एनसीपी अब किसी और कैंडिडेट को समर्थन दे सकती है.
इन दो सीटों पर नहीं उतारे उम्मीदवार
एनसीपी के नेता दत्ता साने ने भोसरी विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा है. दत्ता साने का कहना है कि ''शुक्रवार दोपहर एक बजे तक उन्हें पार्टी का ए बी फॉर्म नहीं मिला. इसलिए मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा. पार्टी ने आखिर वक्त में टिकट ऑफर किया, लेकिन तब मैंने मना कर दिया.''
दत्ता अब निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर बीजेपी के उम्मीदवार महेश से टक्कर लेंगे. हालांकि एनसीपी ने इस सीट पर भी दत्ता को समर्थन देने का एलान अभी तक नहीं किया है. पार्टी प्रवक्ता का कहना है कि जल्द ही दोनों सीटों पर समर्थन देने की तस्वीर साफ हो जाएगी.
इन दोनों के अलावा कोथरूड विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस और एनसीपी ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है. इस सीट पर बीजेपी का मुकाबला करने के लिए मनसे ने किशोर शिंदे को मैदान में उतारा है. कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन ने कोथरूड विधानसभा सीट पर मनसे उम्मीदवार किशोर को समर्थन देने का एलान किया है.