नई दिल्ली: ईवीएम और वीवीपीएटी के पर्चे के मिलान में देश के 542 लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव में कहीं कोई अंतर नहीं पाया गया है. इस बारे में जानकारी चुनाव आयोग ने दी. बता दें कि इस बार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हर एक विधानसभा के पांच बूथों पर ईवीएम और वीवीपीएटी के पर्चे का मिलान किया गया है. बता दें कि इससे पहले एक विधानसभा से एक ही बूथ पर ईवीएम के वोटों का वीवीपीएटी के पर्चे से मिलान किया जाता था.
चुनाव आयोग ने कहा, "हमें इस बार देश के 542 लोकसभा क्षेत्र में से किसी भी जगह ईवीएम और वीवीपीएटी के पर्चे में अंतर नहीं मिला है."
बता दें कि यह पहला लोकसभा चुनाव है जब सभी ईवीएम के साथ वीवीपीएटी मशीन भी जुड़ा हुआ था. इस बार 20 हजार से ईवीएम के मतों को वीवीपीएटी के पर्चे से मिलान किया गया है.
रिजल्ट से पहले विपक्षी दलों ने मांग की थी कि वीवीपीएटी के पर्चे की गिनती ईवीएम के मतों की गिनती से पहले हो. चुनाव आयोग ने विपक्षी दलों की इस मांग को खारिज कर दिया. 23 मई को आए लोकसभा परिणाम में एक बार फिर बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिला है. बीजेपी अकेले 303 और एनडीए को 353 सीटें मिली हैं. कांग्रेस को सिर्फ 52 सीटें मिली हैं.
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