नई दिल्ली: दिल्ली में छठे चरण में होगा मतदान यानी कि 12 मई को डाले जाएंगे वोट. इसके लिए नामांकन मंगलवार यानी 16 अप्रैल से से शुरू हो गए हैं और यह 23 अप्रैल तक चलेगा लेकिन अभी तक ना तो कांग्रेस और ना ही बीजेपी ने अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही अपने उम्मीदवारों को लेकर पूरा मंथन कर चुकी है लेकिन फिर भी अभी तक नामों का ऐलान नहीं हुआ है.


वहीं आम आदमी पार्टी ने अपने सभी 7 लोकसभा सीटों के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान इन दोनों पार्टियों से काफी पहले कर दिया था. ऐसे में जबकि नामांकन शुरू हो चुका है लेकिन अभी तक बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया गया तो आखिर इसकी वजह क्या है!!


आप और कांग्रेस के गठबंधन परिस्थिति साफ होने का इंतजार कर रही है बीजेपी
इस बीच सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी ने उम्मीदवारों के नामों पर मंथन कर लिया है. एक एक लोकसभा सीट के लिए तीन से चार उम्मीदवारों के नाम सामने आए हैं जिसमें पुराने सातों सांसदों के नामों के अलावा कई नए नामों का भी जिक्र है. इन्हीं में से एक नाम गौतम गंभीर का भी है जिन्होंने कुछ दिनों पहले ही बीजेपी का दामन थामा है. वहीं कुछ पुराने सांसदों की लोकसभा सीट को बदला भी जा सकता है कुछ ऐसे नामों का भी जिक्र चल रहा है जो अभी तक बीजेपी में शामिल नहीं हुए हैं. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन की स्थिति साफ होते ही बीजेपी अगले 48 घंटों के अंदर नामों का ऐलान कर देगी.


कांग्रेस खेलेगी पुराने चेहरों पर दांव, AAP रेस में सबसे आगे
सिर्फ बीजेपी ही नहीं बल्कि कांग्रेस ने भी अभी तक अपने दिल्ली के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है. हालांकि कांग्रेस खेमे के सूत्रों से जो खबर मिल रही है उसके मुताबिक कांग्रेस में प्रमुख तौर पर पुराने और मंझे हुए चेहरों के सहारे ही चुनाव लड़ने की बात चल रही है. इनमें कुछ पूर्व सांसद और विधायकों का नाम शामिल है. आम आदमी पार्टी की ने सातों लोकसभा उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है और नामांकन भी शुरू हो चुका है. यानी इस लिहाज से आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस से आगे चल रही है. वहीं बीजेपी और कांग्रेस अभी भी अपनी रणनीति बनाने में जुटी हुई है और इंतजार बस एक बात का कि क्या आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस का गठबंधन होगा या नहीं.


यानी कुल मिलाकर इस वक्त बीजेपी और कांग्रेस दोनों के उम्मीदवार की लिस्ट सामने न आने की सबसे बड़ी वजह है दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की अटकलों का बाजार का गर्म होना. जब तक यह बाजार गर्म रहेगा तब तक बीजेपी और कांग्रेस दोनों तरफ के उम्मीदवारों की लिस्ट सामने आना थोड़ा मुश्किल ही लग रहा है.