कोहिमा/इंफाल: नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) मणिपुर में बीजेपी नीत गठबंधन सरकार से हटने के बारे में फैसला 23 मई को लोकसभा चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद करेगा. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि कोहिमा में शनिवार शाम गठबंधन से हटने के विषय पर हुई एनपीएफ के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में इस पर कोई फैसला नहीं हो सका. एनपीएफ का आरोप है कि राज्य में सरकार चलाने के संबंध में उसकी बातों और सलाह पर बीजेपी ध्यान नहीं देती है. हालांकि बीजेपी ने इन आरोपों से इनकार किया है.


60 सदस्यों वाली मणिपुर विधानसभा में एनपीएफ के चार विधायक हैं. एनपीएफ के गठबंधन सरकार से हट जाने पर सरकार पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा. 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 28 सीटों पर जीत दर्ज की थी. लेकिन बाद में आठ विधायक बीजेपी में शामिल हो गये थे जिससे विधानसभा में अब बीजेपी की संख्या 21 से बढ़कर 29 हो गयी है. सत्तारूढ़ गठबंधन में अन्य पार्टियां एनपीपी (चार), एलजेपी (एक), निर्दलीय (एक) और एआईटीसी (एक) शामिल हैं.


नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के प्रदेश इकाई के प्रमुख अवांगबू नेवमई ने दावा किया कि बीजेपी अपने गठबंधन सहयोगियों को तुच्छ समझती है. इस बारे में विस्तृत जानकारी दिये बिना उन्होंने कहा कि 2016 में गठबंधन सरकार के गठन के बाद से बीजेपी ने कभी गठबंधन की मूल भावना का सम्मान नहीं किया.