भुवनेश्वर: ओडिशा कैबिनेट ने शनिवार को राज्य की 15वीं विधानसभा को भंग करने की सिफारिश कर दी है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह सिफारिश की गई. विधानसभा का पांच साल का कार्यकाल 11 जून, 2019 को खत्म हो रहा है.

मुख्य सचिव एपी पाधी ने बताया कि संवैधानिक नियमों के तहत राज्य कैबिनेट चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद विधानसभा भंग करने के लिए एक प्रस्ताव पारित करेगी और कैबिनेट तथा मुख्यमंत्री का इस्तीफा राज्यपाल को सौंपा जाएगा, ताकि नई सरकार/विधानसभा के गठन का रास्ता साफ हो सके.

मुख्य सचिव एपी पाधी ने कहा, ''राज्यपाल की मंजूरी और अधिसूचना के बाद ही विधानसभा भंग होती है.''

बता दें कि राज्य में कुल 147 विधानसभा की सीटें हैं. यहां चार चरणों में चुनाव संपन्न हुए हैं. वोटों की गिनती 23 मई को होगी. राज्य में बीजेडी और बीजेपी ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. वहीं कांग्रेस ने 139 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं.

लवासा मामला: चुनाव के दौरान लिए गए फैसलों पर EC में बवाल, CEC बोले- जरूरी नहीं सभी की राय एक हो

क्रिकेटर हरभजन सिंह ने जालंधर के गढ़ी गांव में डाला वोट, युवाओं के लिए की ये मांग