26 नवंबर, 2012 को देश में एक नई पार्टी का गठन हुआ. इसका नाम रखा गया- आम आदमी पार्टी. पार्टी को चुनाव चिह्न मिला-झाड़ू. इस चुनाव चिह्न के सहारे आम आदमी पार्टी ने जिस तरह दूसरी पार्टी के वोट बैंक का सफाया किया है वो अपने आप में इतिहास है. सिर्फ 10 साल के भीतर आम आदमी पार्टी को अब जल्द ही राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सकता है और इसका औपचारिक ऐलान बाकी है. क्योंकि पार्टी ने गुजरात और हिमाचल में मिले वोट पर्सेंट के दम पर, राष्ट्रीय पार्टी के रूप में आगाज कर दिया है. इसी खुशी में आम आदमी पार्टी के दफ्तर पर एक पोस्टर लगाया है और लिखा है- 'आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनने पर सभी देशवासियों को बधाई'
गुजरात में अच्छा प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी गुजरात में पहली बार चुनाव लड़ रही है. पहली ही बार में लगभग 9-10 सीटों पर पार्टी के प्रत्याशी आगे चल रहे हैं. हालांकि, शाम तक फाइनल नतीजे आने तक पार्टी कुल कितनी सीटें जीत पाएगी, ये देखना होगा.
अभी सिर्फ 8 राष्ट्रीय पार्टियां
नेशनल पार्टी बनने की अपनी कुछ शर्तें हैं. वैसे तो देश में करीब 400 राजनीतिक पार्टियां हैं लेकिन राष्ट्रीय दल की मान्यता सिर्फ 7 ही पार्टियों को है. इनके नाम हैं- कांग्रेस, BJP, BSP, CPI, CPM, राष्ट्रवादी कांग्रेस यानी NCP, नेशनल पीपल्स पार्टी और तृणमूल कांग्रेस यानी TMC. आम आदमी पार्टी 9वीं ऐसी पार्टी होगी, जिसे नेशनल पार्टी का दर्जा मिलेगा.
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने कहा
'गुजरात की जनता के वोट से आम आदमी पार्टी आज राष्ट्रीय पार्टी बन रही है. शिक्षा और स्वास्थ्य की राजनीति पहली बार राष्ट्रीय राजनीति में पहचान बना रही है. इसके लिए पूरे देश को बधाई."