Goa Election 2022: मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के खिलाफ एकजुट होने की तैयारी में विपक्ष, उतार सकता है उनके खिलाफ अपना संयुक्त उम्मीदवार
Election 2022: विपक्ष मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को घेरने के लिए उनके सामने अपना संयुक्त उम्मीदवार उतारा सकता है. विधानसभा चुनावों में बीजेपी के खिलाफ यह रणनीति ट्रंप कार्ड साबित हो सकती है.
Goa Election 2022: गोवा में 14 फरवरी को होने वाले चुनावों के मद्देनजर विपक्षी पार्टियों ने भी अपनी कमर कस ली है और वह इस बार बीजेपी के सीएम प्रमोद सावंत को घरने की तैयारी में है. सूत्रो के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार इस बार गोवा के सीएम प्रमोद सावंत के खिलाफ विपक्ष केवल एक ही उम्मीदवार उतारने की बात कर रहा है.
सूत्रों ने बताया कि इस बार मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के सामने सिर्फ कांग्रेस का ही एक ही उम्मीदवार उतारा जा सकता है. विपक्ष का मानना है कि सांवत को विधानसभा चुनाव हराने के लिए यह रणनीति टंप कार्ड साबित हो सकती है. इस संबंध में वहां पर धर्मेश सगलानी, प्रताप गांवस, राजेश सवाल में से किसी को भी कांग्रेस टिकट दे सकती है. इस पर जल्द ही फैसला लिया जा सकता है.
उत्पल के लिए अपनी उम्मीदवारी छोड़ने के लिए तैयार
यही नहीं चुनाव की गहमागहमी के बीच सभी राजनीतिक पार्टियां अपने तरीके से बीजेपी को घेरने में जुटी हुई हैं. इसी क्रम में आम आदमी पार्टी के गोवा उपाध्यक्ष वाल्मीकि नाईक ने बयान देते हुए कहा है कि अगर उत्पल पर्रिकर (मनोहर पर्रिकर के बेटे) पणजी सीट से 'आप' के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते है तो मैं उनके लिए अपनी उम्मीदवारी छोड़ने को तैयार हूं.
अरविंद केजरीवाल ने पहले ही कहा है कि हम पर्रिकर जी का बहुत सम्मान करते है, अब फैसला उत्पल को लेना है. AAP के गोवा उपाध्यक्ष का बयान अरविंद केजरीवाल के रविवार को दिए गए उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर उनकी पार्टी में शामिल होना चाहें तो उनका स्वागत है.
बीजेपी से टिकट का प्रयास कर रहे हैं उत्पल
गौरतलब है कि उत्पल पर्रिकर पणजी विधानसभा क्षेत्र से BJP का टिकट लेने के लिए प्रयास कर रहे हैं. हालांकि सत्तारूढ़ दल बीजेपी इसे लेकर उन्हें कोई खास तवज्जो नहीं दे रहा है. इस सीट का प्रतिनिधित्व उनके पिता ने दो दशक से अधिक समय तक किया था.
गोवा भाजपा प्रभारी सीटी रवि ने कहा है कि पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने हमेशा बीजेपी के लिए काम किया और अपने परिवार को कभी राजनीति में नहीं लाए. आप, शिवसेना और कांग्रेस उत्पल पर्रिकर (मनोहर के बेटे) के बारे में बात कर रहे हैं, हम यह नहीं भूलेंगे कि राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल ने उनके बुरे दिनों में उनके बारे में क्या कहा था.