Pakistan News: पाकिस्तान के हिन्दू सांसद दानिश कुमार इन दिनों चर्चा में हैं. उन्होंने आरोप लगाया था कि उनपर और उनके साथियों पर धर्म परिवर्तन का दवाब बनाया जा रहा है. हालांकि अब वो अपने बयान से पलट गए हैं. उन्होंने अब इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को गलत समझा गया है.
बता दें कि पाकिस्तानी संसद में दानिश कुमार ने कहा था कि मुझे साथी सांसद कहते हैं- "तुम कलमा पढ़कर मुसलमान बन जाओ". दानिश ने कहा कि मैं सुन-सुनकर उकता गया हूं. उन्होंने कहा, "जो लोग मुझसे इस्लाम कुबूल करने को कहते हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं कि पहले आप उन शैतानों को इस्लाम का पालन करने के लिए कहें जो मुनाफाखोर हैं. फिर मेरे ऊपर आकर तबलीग करें.
दानिश कुमार ने संसद में दिए अपने भाषण के पहले के कुछ अंश को ट्वीट करते हुए भारतीय मीडिया पर आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके भाषण को तोड़कर पेश किया गया है. उन्होंने कहा कि किसी ने मुझ पर मुसलमान बनने का दबाव नहीं डाला.
बलूचिस्तान में बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझ रहे लोग
बता दें कि दानिश कुमार बलूचिस्तान के नेता हैं, बलूचिस्तान पाकिस्तान के आधिपत्य वाला ऐसा क्षेत्र हैं जहां अवाम बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रही है. आजादी के बरसों बाद भी बिजली-पानी, यातायात की व्यवस्था दुरुस्त नहीं की जा सकी है. ऐसे में वहां आजादी की मांग उठती रहती है.
ज़ुल्म-ओ-सितम के साए में रह रहे यहां हिंदू!
पाकिस्तान 1947 से पहले तक भारत का ही हिस्सा था. मुस्लिम लीग और जिन्ना की मांग पर अंग्रेजों ने मुस्लिम बहुल क्षेत्रों को तोड़कर एक अलग मुल्क बना दिया था. नव-गठित मुल्क में हिंदुओं की बसावट भी थी, जब इस्लामी राष्ट्र की घोषणा हुई तो हिंदू, सिख और ईसाई संकट में आ गए. पलायन हुआ, मार-काट मची, तब लाखों लोग मारे गए. कत्ले-आम रुका तो अल्पसंख्यक प्रताड़ना के शिकार बनाए जाते रहे. आंकड़े बताते हैं कि 1947 में पाकिस्तान की आबादी में 20% से ज्यादा हिस्सेदारी हिंदुओं की थी, जो तेजी से घटी. अब वहां महज 30-35 लाख हिंदू होंगे, ये अनुमान पाकिस्तान की 2017 की जनगणना का है.
यूनाइटेड नेशंस ने जताई थी चिंता
UN के एक्सपर्ट्स की एक टीम ने जनवरी में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी. तब उन्होंने हिंदू लड़कियों के अपहरण, जबरन धर्मांतरण, छोटी उम्र में शादी करने जैसे मामलों को लेकर चिंता जाहिर की थी. रिपोर्ट्स में कहा गया कि वहां हर साल करीब हजार लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन करवाया जाता है.