महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस को लेकर पीयूष गोयल की चौंकाने वाली भविष्यवाणी, बोले- अघाड़ी में सबसे...
Maharashtra Election: पीयूष गोयल ने कहा कि महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस सबसे बुरी स्थिति में है. कांग्रेस का स्थानीय नेतृत्व निराश है और उसका पार्टी आलाकमान के साथ मतभेद है.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को महाराष्ट्र चुनाव को लेकर बड़ा दावा कर दिया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली विपक्षी पार्टी होगी. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस की राज्य इकाई में और पार्टी आलाकमान के साथ मतभेद हैं.
एनडीटीवी से बातचीत में पीयूष गोयल ने कहा, मुझे लगता है कि कांग्रेस सबसे खराब स्थिति में है. स्थानीय नेतृत्व निराश है. उन्हें महा विकास अघाड़ी गठबंधन में प्रमुख भागीदार बनने की बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन मेरा मानना है कि पार्टी के भीतर और आलाकमान और राज्य यूनिट में मतभेद हैं. वे सभी बहुत दुखी हैं.
चुनाव हार रही महाविकास अघाड़ी- पीयूष गोयल
उन्होंने कहा, मेरा अपना अनुमान है कि सभी विपक्षी पार्टियों (शिवसेना, एनसीपी) में सबसे खराब प्रदर्शन कांग्रेस का है. विपक्षी पार्टियों के नेताओं के हेलिकॉप्टर की जांच के मुद्दे पर लग रहे आरोपों को खारिज करते हुए पीयूष गोयल ने कहा, यह दिखाता है कि महाविकास अघाड़ी चुनाव हार रही है.
देश में सभी के लिए कानून बराबर- गोयल
गोयल ने कहा, मुझे लगता है कि यह बहुत स्पष्ट रूप से दिखाता है कि एमवीए हार रही है. मैंने अभी तक ऐसा कोई चुनाव नहीं देखा है जहां इस तरह के तुच्छ मुद्दों पर चर्चा की गई हो. चुनाव के दौरान सभी नेताओं की कारों और हेलिकॉप्टरों की जांच की जाती है और यह आश्चर्यजनक है कि एमवीए का मानना है कि उन्हें अलग विशेषाधिकार मिलने चाहिए. उन्होंने कहा, यह कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी की याद दिलाता है. जब राहुल गांधी को मानहानि मामले में सजा सुनाई गई थी तो उन्होंने कहा था कि गांधी परिवार के लिए अलग कानून होना चाहिए.
पीयूष गोयल ने कहा, उनकी पार्टी सभी नेताओं के योगदान का सम्मान करती है. लेकिन देश में कानून सभी के लिए बराबर है. गोयल का ये बयान EC द्वारा उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर की जांच को लेकर आया. दरअसल, हाल ही में चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर की जांच की थी. उद्धव ठाकरे ने इसका वीडियो शेयर किया था और आरोप लगाया था कि ये विपक्ष के नेताओं को परेशान करने की साजिश है.