50 नेता बनाए जा सकते हैं मंत्री, पीएम मोदी के साथ लेंगे शपथ, शिवसेना और अकाली दल ने नाम तय किए
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आज एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. संभावना है कि इस बैठक में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने को लेकर चर्चा होगी.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दूसरे कार्यकाल के लिए शाम सात बजे शपथ लेंगे. उनके साथ उन नेताओं को भी शपथ दिलाई जाएगी जो मोदी कैबिनेट में शामिल होंगे. सूत्रों के मुताबिक आज 50 नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी. सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी के पहले कार्यकाल के 4-6 बड़े चेहरों को छोड़कर लगभग सभी पुराने चेहरे एक बार फिर मंत्री पद की शपथ लेंगे.
वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर मंत्री पद संभालने से इनकार कर चुके हैं. उनकी जगह पीयूष गोयल को मंत्री बनाया जा सकता है. पिछले कार्यकाल में अरुण जेटली की अनुपस्थिति में प्रभार पीयूष गोयल को ही दिया गया था.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के मंत्री बनने की अटकलें हैं. वहीं सुषमा स्वराज को लेकर भी सस्पेंस बरकरार है. अमित शाह पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़े और जीते हैं. सुषमा स्वराज इस बार चुनाव नहीं लड़ी हैं और वे किसी भी सदन की सदस्य नहीं हैं.
यहां ध्यान रहे कि बीजेपी ने सरकार के संभावित सदस्यों के बारे में कोई भी आधिकारिक बयान देने से परहेज किया है और पार्टी नेताओं ने जोर दिया कि यह प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है.
अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हराने वाली स्मृति ईरानी, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रकाश जावड़ेकर, रविशंकर प्रसाद, धर्मेंद्र प्रधान जैसे वरिष्ठ नेताओं के दूसरी मोदी सरकार में शामिल होने की संभावना है. राज्यवर्धन सिंह राठौड़, जनरल वी के सिंह, नरेंद्र सिंह तोमर, थावर चंद गहलोत, मुख्तार अब्बास नकवी, जितेंद्र सिंह को भी पिछली बार की तरह इस बार भी मंत्री बनाया जा सकता है.
पार्टी के कुछ नेताओं का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी, मनोज सिन्हा जैसे नेताओं को भी शामिल कर सकते हैं, जो लोकसभा चुनाव हार गए. हालांकि पिछली सरकार में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा.
ध्यान रहे कि पिछली बार पीएम मोदी के साथ 46 मंत्रियों ने शपथ लिया था और जब उनका पहला कार्यकाल खत्म हुआ तो उनकी सरकार में 70 मंत्री शामिल थे.
पश्चिम बंगाल और ओडिशा के नेताओं पर रहेगी नजर इस सरकार में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल से आए नेताओं को भी तवज्जो मिल सकती है. जहां बीजेपी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है. पश्चिम बंगाल और ओडिशा से चुनकर आए सांसदों को खास तवज्जों दी जा सकती है, जहां पहली बार बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया है. पश्चिम बंगाल से बाबुल सुप्रियो और अन्य नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है.
गठबंधन सहयोगी मोदी कैबिनेट में जेडीयू, शिवसेना, एलजेपी, एआईएडीएमके, अपना दल और अकाली दल के नेताओं को भी जगह मिलेगी. शिवसेना सांसद संजय राउत ने बताया कि उद्धव ठाकरे ने अरविंद सावंत का नाम आगे किया है और वह मंत्री के रूप में शपथ लेंगे. शिवसेना और बीजेपी महाराष्ट्र में गठबंधन कर चुनाव लड़ी है. शिवसेना नेता संजय रावत ने बताया कि गठबंधन के बड़े सहयोगी दलों से एक-एक नेता मोदी सरकार में मंत्री बनेंगे.
अकाली दल की तरफ से हरसिमरत कौर बादल मंत्री बनेंगी. मोदी के पहले कार्यकाल में कौर फूड प्रोसेसिंग मंत्री थीं. पंजाब में बीजेपी अपने सबसे पुराने सहयोगी अकाली दल के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ी है. एलजेपी के कोटे से रामविलास पासवान मंत्री बनेंगे. पहले उनके बेटे चिराग पासवान के मंत्री बनने की संभावना थी.