PM Modi Interview: पीएम मोदी ने अखिलेश पर साधा निशाना, अजय मिश्र टेनी, जवाहर लाल नेहरू और पंजाब को लेकर कही ये बात
PM Modi Interview: उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर विधानसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अहम इंटरव्यू.
पीएम मोदी ने जयंत चौधरी और अखिलेश से जुड़े सवाल पर कहा, "ये दो लड़कों वाला खेल हमने पहले भी देखा था और उन्हें इतना अहंकार था कि उन्होंने गुजरात के दो गधे ये शब्द प्रयोग किया था. इसके बाद उत्तर प्रदेश की जनता ने उनको हिसाब सिखा दिया. एक बार तो 2 लड़के भी थे और एक बुआ जी भी उनके साथ थी, फिर भी उनके हाल नहीं बदले."
पीएम ने कहा, "हम पंथ के आधार पर इस समाज में जाति व्यवस्था का वर्णन करेंगे और इस समाज में हम कभी नहीं करेंगे. क्या समाज के और वर्गों में जातियां नहीं हैं. ऊंच नीच नहीं है. वहां पिछड़े नहीं है. गुजरात में मुस्लिम समुदाय में करीब 70 जातियां ऐसी हैं, जो ओबीसी हैं. और मेरे गुजरात में जब मैं था, तो उनको ओबीसी की कैटगरी में फायदा मिलता था. लेकिन ये मैंने कभी नहीं देखा कि वहां कितने ओबीसी, कितने पिछड़ों को टिकट मिला."
पीएम मोदी ने किसान कानूनों को लेकर कहा, "मैंने उस दिन टीवी में कहा था कि किसानों की भलाई के लिए मैंने कदम उठाए, लेकिन आज देशहित में मैं इनको वापिस कर रहा हूं. बाद के घटनाक्रमों से पता चलेगा कि क्यों जरूरत पड़ी थी." उन्होंने कहा, "इस देश के लोकतंत्र का ये सबसे पहला कर्तव्य बनता है कि जनता के साथ संवाद करते ही रहना चाहिए, हम लगातार संवाद करते हैं. हर किसी को मुझे और मेरी सरकार को भी सुनना चाहिए और बातचीत करनी ही चाहिए."
चुनावों में ध्रुविकरण के सवाल पीएम ने कहा, "बीजेपी का मंत्र है, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास. हमने हमारे इन सिद्धांतों को कभी बदला नहीं है. आपने मेरे मुह से इसे सैकड़ों बार सुना होगा. मैं ये देख रहा हूं कि दुनिया के देश भी मेरी इस वाक्य का अपनी भाषा में ट्रांसलेशन कर के सुनाते हैं कि मोदी इन सिद्धांतों पर काम करते हैं...समाज व्यवस्था है, इसे कोई नकार नहीं सकता."
पीएम ने कहा कि हमने देखा कि देश में 100 से ज्यादा ज़िले ऐसे हैं, जो राज्य के औसत से भी पीछे हैं. धन तो सभी ज़िलों को एक समान मिलता है. तो ऐसा क्यों होता है? गवर्नेंस का प्रॉब्लम, योजनाओं का अमलीकरण नहीं. पीएम ने कहा, "हमने ऐसे ज़िलों को एस्पिरेशनल ज़िलों के तौर पर पहचाना और राज्य सरकारों की सहमति से किया. करीब 110-115 ज़िले हैं. उस पर हमने स्पेशल फोकस किया. मैं खुद ज़िलों से बात करता...मैं राज्य सरकारों से प्रार्थना करता हूं कि वहां नौजवान अफसरों को लगाइए. प्रमोटेड या रिटायर की उम्र वालों को वहां मत भेजिए. सभी ने मेरी बात को माना. मैंने कहा बार बार ट्रांसफर मत कीजिए... सभी राज्यों ने मेरी मदद की. आज इन ज़िलों में से कई राज्यों के औसत से भी आगे निकल रहे हैं. कई पैरामीटर में निकल रहे हैं."
यूपी में ठोको की राजनीति चलने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा, "हिंदुस्तान की ज्यूडिशियरी वाइब्रेंट है. ये बहुत ही सक्रिय है और कभी कभी तो प्रोएक्टिव है. अगर ऐसा कुछ भी हुआ होता तो हिंदुस्तान की न्यायपालिका ने ज़रूर कदम उठाए होते और पीआईएल करने वालों की कमी नहीं है हमारे देश में, ऐसी बहुत बड़ी जमात है जिनकी रोज़ी रोटी पीआईएल पर है. वो तो तुरंत पहुंच जाते, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा है. मतलब वो न्यायिक प्रक्रिया के आधार पर काम करते हैं."
विपक्ष पर पीएम मोदी ने निशाना साधते हुए कहा, "कुछ नेता निजी स्वार्थ के लिए विविधता को एक दूसरे से साथ विरोध के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. पिछले 50 साल उन्होंने यही किया है, हर बात पर देश को बांटों और राज करो." उन्होंने कहा कि परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन है. जब परिवार ही सर्वोपरि होता है, परिवार को बचाओ पार्टी बचे न बचे, देश बचे न बचे. ये जब होता है तो सबसे बड़ा नुकसान प्रतिभा को होता है. सार्वजनिक जीवन में जितनी अधिक प्रतिभा आए वो जरूरी है.
पीएम मोदी ने कहा, "मैं समाज के लिए हूं परन्तु मैं जो नकली समाजवाद की चर्चा करता हूं ये पूरी तरह परिवारवाद है. लोहिया जी का परिवार कहीं नजर आता है क्या? जॉर्ज फर्नांडिस का परिवार कहीं नजर आता है क्या? नीतीश बाबू का परिवार कहीं नजर आता है क्या?" उन्होंने कहा, "एक बार किसी ने मुझे चिट्ठी भेजी थी कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के परिवार से 45 लोग ऐसे थे जो किसी न किसी पद पर थे. किसी ने मुझे कहा कि उनके पूरे परिवार में 25 साल से अधिक आयु के हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है."
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर वार किया. पीएम ने कहा, "कांग्रेस की कार्यशैली और विचारधारा के आधार सम्प्रदायवाद, जातिवाद, भाषावाद, प्रांतवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार हैं. अगर यही इस देश की मुख्य धारा में रहेगा तो देश का कितना बड़ा नुकसान होगा." उन्होंने कहा कि देश की आज जो हालत है उसमें सबसे ज़िम्मेदार कोई मुख्य धारा है तो वे कांग्रेस है. इस देश को जितने प्रधानमंत्री मिले उसमें अटल जी और मुझे छोड़कर सारे प्रधानमंत्री कांग्रेस स्कूल के ही थे.
प्रधानमंत्री ने कहा, "कोविड महामारी में सब कहते थे कि जो जहां है वो वहीं रहे. कांग्रेस ने फ्री टिकट देकर लोगों को प्रोत्साहित किया कि जाइए... दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी के नेताओं ने जीपों में जाकर झोपड़ियों में लोगों को कहा है कि आप जल्दी जाइए यहां लॉकडाउन हो रहा है."
PM मोदी ने दावा किया कि आज भारतीय जनता पार्टी पंजाब में सबसे विश्वसनीय पार्टी बनकर उभरी है. समाज जीवन के बहुत से वरिष्ठ लोग, राजनीति के बहुत बड़े महारथी भी अपने पुराने दल छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं... हमने छोटे किसानों के लिए जो काम किया है, उसकी पंजाब में ज़बरदस्त पहुंच है.
संसद में जवाहरलाल नेहरू को लेकर दिए बयान पर प्रधानमंत्री ने कहा, "मैंने किसी के पिता, माता, नाना, दादा के लिए कुछ नहीं कहा. मैंने देश के प्रधानमंत्री ने क्या कहा, वो कहा है. मैंने बताया कि एक प्रधानमंत्री के ये विचार थे तब क्या स्थिति थी और आज प्रधानमंत्री के ये विचार हैं तब क्या स्थिति है."
पीएम मोदी ने कहा, "मैं चीन के राष्ट्रपति को तमिलनाडु ले गया, फ्रांस के राष्ट्रपति को उत्तर प्रदेश ले गया, जर्मन चांसलर को कर्नाटक ले गया. देश की शक्ति को उभारना, हर राज्य को प्रोत्साहन देना हमारा काम है. यूएन में मैं तमिल में बोलता हूं दुनिया को गर्व होता है कि भारत के पास दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है."
पीएम मोदी ने लखीमपुर खीरी मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा, "सुप्रीम कोर्ट जो कमेटी बनाना चाहती थी, राज्य सरकार ने सहमति दी. जिस जज के नेतृत्व में जांच चाहती थी सरकार ने सहमति दी. राज्य सरकार पारदर्शिता के साथ काम कर रही है तभी सुप्रीम कोर्ट की इच्छा के अनुसार सारे निर्णय करती है."
न्यूज़ एजेंसी एएनआई को दिए इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा, "भारतीय जनता पार्टी हार-हार कर ही जीतने लगी है. हमने बहुत पराजय देखे हैं, ज़मानत ज़ब्त होती देखी हैं. एक बार जनसंघ के समय चुनाव हारने पर भी मिठाई बांटी जा रही थी, तो हमने पूछा की हारने पर मिठाई क्यों बांट रहे हैं? तब बताया गया कि हमारे तीन लोगों की ज़मानत बच गई."
इंटरव्यू में पीएम ने अखिलेश यादव के उस बयान पर भी निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा था कि यूपी में योजनाएं बीजेपी की नहीं हैं, बीजेपी अमलीजामा पहनाती है. पीएम मोदी ने कहा, "देश में एक कल्चर चला है, राजनेता बोलते रहते हैं कि हम ये करेंगे, वो करेंगे. 50 साल बाद भी कोई अगर वो काम कर देगा तो कहेंगे कि हमने ये उस समय कहा था, ऐसे लोग बहुत मिल जाएंगे."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं इस चुनाव में सभी राज्यों में देख रहा हूं कि बीजेपी के प्रति लहर है, भारी बहुमत से भाजपा जीतेगी. हमें सेवा का मौका इन सभी 5 राज्यों की जनता देगी. जिन राज्यों ने हमें सेवा का मौका मिला है उन्होंने हमें परखा है, हमारे काम को देखा है."
उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव सर पर हैं. उत्तर प्रदेश में कल यानी गुरुवार को पहले चरण में 11 ज़िलों की 58 सीटों पर वोटिंग होनी है. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी आज रात 8 बजे से एबीपी न्यूज़ पर लाइव होंगे. चुनावी संग्राम के बीच उनका ये इंटरव्यू अहम माना जा रहा है.
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PM Modi Interview: उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनावों के लिए वोटिंग होनी है. कल यूपी में पहले चरण के लिए मतदान होगा. इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रात 8 बजे एबीपी न्यूज़ पर लाइव होंगे. चुनावी मौसम में बेरोज़गारी से लेकर कोरोना महामारी और अर्थव्यवस्था और सांप्रदायिकता के मुद्दे तक छाए हुए हैं. विपक्ष लगातार सरकार पर इन तमाम मुद्दों को लेकर सवाल कर रहा है. ऐसे में पहले चरण की वोटिंग से पहले पीएम मोदी का इंटरव्यू बेहद अहम माना जा रहा है.
राज्यसभा और लोकसभा में विपक्ष पर बरसे थे पीएम
संसद में बजट सत्र के 7वें दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस एक तरह से शहरी (अर्बन) नक्सलियों के कब्जे में है और वे उसके विचारों को नियंत्रित कर रहे हैं. कांग्रेस पर बड़ा हमला करते हुए पीएम ने मुलायम सिंह यादव, शरद पवार और प्रकाश सिंह बाद को भी याद किया था. कांग्रेस ने जब राज्य सरकारों को उखाड़ फेंका था, उस पर पीएम मोदी ने मुलायम और प्रकाश सिंह बादल का जिक्र किया.
पीएम मोदी ने कहा था, "कांग्रेस ने केंद्र में अपने शासन के दौरान 50 राज्य सरकारों को बर्खास्त किया. कांग्रेस आलाकमान के काम करने के 3 तरीके हैं- बदनाम करना, अस्थिर करना और फिर खारिज करना. उन्होंने इन सिद्धांतों के साथ काम किया है.’ मोदी ने पूछा कि पिछले 6-7 दशकों में फारूक अब्दुल्ला, चौधरी देवी लाल, चौधरी चरण सिंह, सरदार बादल सिंह की सरकारों को किसने परेशान किया? सभी जानते हैं कि कांग्रेस ने भारत के इतिहास में सरकारों को अस्थिर करने के लिए किस तरह की चाल चली है.
उससे पहले लोकसभा में पीएम मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा था, "कांग्रेस की नीति 'फूट डालो राज करो' है. आज कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग की लीडर बन गई है." उन्होंने कहा था कि अंग्रेज चले गए, लेकिन कांग्रेस ने बांटो और राज करो की नीति को अपनाया हुआ है. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पार्टी का सत्ता में आने की इच्छा खत्म हो चुकी है. लेकिन जब कुछ मिलने वाला नहीं है तो कम से कम बिगाड़ तो दो. इस फिलॉसफी पर कांग्रेस आज चल रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कर्तव्य के बारे में बात अब चुभने लगी है.
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