PM Narendra Modi Nomination: PM मोदी ने 14 मई को ही नामांकन की तारीख क्यों चुनी, कौन-कौन हैं प्रस्तावक, जानिए सबकुछ
PM Narendra Modi Nomination: प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन में चार प्रस्तावक पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय सोनकर होंगे, साथ ही 18 केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहेंगे.
PM Narendra Modi Nomination: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वाराणसी में भव्य रोड शो के बाद आज (14 मई) को नामांकन दर्ज करेंगे. लगातार दो बार लोकसभा चुनाव जीतने के बाद वो तीसरी बार पर्चा भरने वाले हैं. नामांकन में पीएम के साथ 18 से ज्यादा कैबिनेट मंत्री के अलावा चार प्रस्तावक पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा और संजय भी मौजूद होंगे
पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़
पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ वाराणसी के रामघाट गंगा किनारे रहते हैं. उनकी पुरानी पीढ़ी मुलतः दक्षिण भारत के तमिलनाडु में रहती थी और यह ज्योतिष विद्या व भारतीय सनातन परंपरा के प्रकांड विद्वान माने जाते हैं. इसके अलावा इन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर और अयोध्या के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा सहित कई प्राचीन धर्मस्थलों के शुभ मुहूर्त को भी निर्धारित किया है.
बैजनाथ पटेल
बैजनाथ पटेल OBC समाज से आते हैं और संघ के पुराने और समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं. पटेल सेवापुरी विधानसभा के हरसोस के रहने वाले हैं. सेवापुरी और रोहनियां कुर्मी पटेलों का गढ़ माना जाता है.
लाल चंद कुशवाहा
लालचंद कुशवाहा भी पीएम मोदी के प्रस्तावक हैं. लाल चंद कैंट विधानसभा के सिगरा के रहने वाले हैं और ये भी OBC बिरादरी से हैं. ये बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता हैं. इनकी की कुशवाहा समाज में अच्छी पैठ मानी जाती है.
संजय सोनकर
पीएम के प्रस्तावकों में संजय सोनकर का भी नाम है. सोनकर की दलित समाज में अच्छी पैठ है और वो भाजपा के जिला महामंत्री हैं. सोनकर को पीएम के भरोसेमंद लोगों में से एक माना जाता है.
पीएम ने नामांकन के लिए 14 मई की तारीख को क्यों चुना?
पीएम मोदी ने अपने नामांकन के लिए 14 मई की तारीख को चुना है. सुनने में ये एक समान्य सी बात लग रही हो गई लेकिन अगर इस तारीख को जरा गौर से देखें तो आपको पता चलेगा कि इस साल 14 मई को गंगा सप्तमी का महापर्व है. गंगा सप्तमी को लेकर पौराणिक मान्यता है कि इस दिन ही गंगा नदी का पृथ्वी लोक पर अवतरण हुआ था. पीएम मां गंगा का कई बार जिक्र करते हैं और कहते हैं कि उन्हें सेवा के लिए मां गंगा ने बुलाया है.