भुवनेश्वर: ओडिशा में आए फोनी तूफान के दौरान बेहतरीन राहत-बचाव कार्य से गदगद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की तारीफ की है. इससे पहले मुख्यमंत्री पटनायक ने खुद भुवनेश्वर में एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी की आगवानी की थी. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी, नवीन पटनायक और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने फोनी तूफान प्रभावित क्षेत्रों का एक हेलिकॉप्टर में बैठकर हवाई सर्वेक्षण किया. जायजा लेने और अधिकारियों के साथ बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य को केंद्रीय सहायता देने का वायदा किया.


प्रधानमंत्री मोदी ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा, ''नवीन बाबू ने बहुत अच्छा प्लान किया, भारत सरकार उसमें उनके साथ रहकर सारी चीजों को आगे बढ़ा पाएगी.'' पीएम मोदी ने नवीन पटनायक की तारीफ ऐसे समय में की है जब हाल ही में ओडिशा में लोकसभा चुनाव हुए हैं और इस चुनाव में भारी कड़वाहट देखने को मिली थी. ओडिशा में 29 अप्रैल तक चार चरणों में वोट डाले गए थे. इस चुनाव में मुख्यतौर पर नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (बीजेडी), बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने थी.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ''राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच अच्छी बातचीत से यह संभव हो पाया है. मैंने खुद राहत-बचाव कार्य पर नजर रखी. ओडिशा के लोगों ने जिस तरह से सरकार के हर निर्देश का पालन किया वह प्रशंसनीय है.''


साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने ओडिशा में फोनी तूफान से हुए नुकसान की भरपाई के लिए और अधिक राशि देने की घोषणा की. उनहोंने कहा, ''भारत सरकार ने पहले 381 करोड़ रुपये की घोषणा की थी, आगे 1000 करोड़ रुपये जारी किए जाएंगे.''


दरअसल, फोनी तूफान आने से पहले-पहले तक करीब 12 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया था. इसे अब तक का सबसे बड़ा राहत-बचाव कार्य माना जा रहा है. इस काम में केंद्रीय और राज्य की एजेंसियों काफी समय से जुटी थी. समय रहते बचाव की वजह से लोग केंद्र और राज्य की टीम की तारीफ कर रहे हैं.


नवीन पटनायक की तारीफ के क्या हैं मायने?


ओडिशा में बीजेपी बीजेडी की मुख्य प्रतिद्ंदियों में से एक है. लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद की स्थितियों का बीजेडी ने खुलासा नहीं किया है. यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव बाद बीजेडी का रुख विपक्षी खेमे की तरफ में रहता है या सत्तापक्ष की तरफ.


फोनी तूफान: ओडिशा में अब तक 34 की मौत, मुख्यमंत्री ने राहत पैकेज की घोषणा की


ओडिशा के तट पर पिछले शुक्रवार पहुंचे चक्रवात ‘फोनी’ के कारण कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग जल संकट और बिजली संकट से जूझ रहे हैं. प्रधानमंत्री ने शनिवार को मुख्यमंत्री से फोन पर भी बात करके फोनी के बाद की स्थिति पर चर्चा की थी और केंद्र से लगातार समर्थन का भरोसा दिलाया था.