Madhya Pradesh Assembly Election Results: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर और फेमस धार्मिक कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ बगावत पर उतरने वाले बीजेपी नेता प्रीतम लोधी ने मध्य प्रदेश सहित देशभर की राजनीति में खूब सुर्खियां बटोरी थीं. इस विवाद के चलते बीजेपी से निष्कासन के बावजूद दोबारा से उनकी पार्टी में वापसी हो गई थी. इतना ही नहीं, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की जारी पहली लिस्ट में भी प्रीतम लोधी का नाम था. उन्हें शिवपुरी जिले की पिछोर सीट से बीजेपी ने टिकट दिया था. 


इस समय मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों के लिए मतगणना चल रही है. खबर लिखे जाने तक बीजेपी नेता अपनी सीट से आगे चल रहे हैं. वहीं, कांग्रेस ने इस सीट से अरविंद सिंह लोधी को विपक्ष के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतारा है. बता दें कि पिछोर को कांग्रेस की सबसे सुरक्षित सीट भी मानी जाती है. पांच बार से कांग्रेस नेता केपी सिंह इस सीट पर प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. हालांकि, इस बार पार्टी ने केपी सिंह को शिवपुरी सीट से चुनाव लड़ाने का फैसला किया था. इस सीट पर लोधी समाज के 40 हजार वोटर हैं. वहीं, कांग्रेस ने इस बार प्रीतम लोधी के सामने अरविंद सिंह लोधी को टिकट दिया था. 


जानें क्या था दोनों के बीच का विवाद


दरअसल, बदरवास के खरैह गांव में एक कार्यक्रम के दौरान प्रीतम लोधी ने कहा था कि 'पंडित 7-8 घंटे आपको पागल बनाएगा. हम पागल बनते भी हैं. वह कहेगा जितना दान दोगे ऊपर वाला आपको भी देगा. घर की महिलाएं घी, शक्कर, दालें पंडितों को दे आएंगी और अपने बच्चे को नहीं खिलाएंगी'. प्रीतम लोधी ने ये भी कहा कि 'पंडित घर की सुंदर महिलाओं पर भी बुरी नजर रखते हैं.'


इसके बाद प्रीतम लोधी के बयान पर हंगामा हो गया. ब्राह्मण समाज में प्रीतम लोधी के बयान के खिलाफ भारी गुस्सा देखा गया. ग्वालियर ब्राह्मण समाज और सर्व समाज के लोगों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर प्रीतम लोधी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग भी की थी. ब्राह्मण समाज ने कार्रवाई ना करने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी थी. हंगामा बढ़ते देख बीजेपी ने प्रीतम लोधी को व तलब किया और बयान पर स्पष्टीकरण मांगा था. बाद में प्रीतम लोधी ने अपने बयान पर माफी भी मांगी लेकिन बीजेपी ने प्रीतम लोधी पर कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया.


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