नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बहन प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिशन उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी है. दोनों को कांग्रेस मुख्यालय में कार्यालय आवंटित किया जा चुका है. दोनों को एक ही ऑफिस दिया गया है. यह वही कमरा है जिसमें राहुल गांधी बतौर पार्टी उपाध्यक्ष बैठते थे. कल कमरे के बाहर केवल प्रियंका गांधी का नेम प्लेट लगाया गया था और आज सिंधिया के नाम भी लगा दिये गए.
सिंधिया ने आज गणेश की पूजा कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की औपचारिक जिम्मेदारी संभाली. प्रियंका संभवत: 11 तारीख को लखनऊ में पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभार संभालेंगी. सिंधिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हमारे सामने चुनौती बड़ी है. हालांकि उन्होंने एसपी-बीएसपी से गठबंधन के सवाल पर कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन इंकार भी नहीं किया.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 23 जनवरी को बहन प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश और सिंधिया को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी थी. इससे पहले सिंधिया मध्य प्रदेश तक सीमित थे तो वहीं प्रियंका अमेठी और रायबरेली में भाई और मां के लिए चुनावी रणनीति तैयार करती थी.
2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में मात्र दो सीटों पर जीत दर्ज की थी. आगामी चुनाव से ठीक पहले दो युवा चेहरों प्रियंका गांधी और सिंधिया को पार्टी की जिम्मेदारी दी गई है. कांग्रेस नेताओं का दावा है कि पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा आयी है और पार्टी 2014 के चुनावों से बेहतर परिणाम हासिल करेगी. प्रियंका गांधी ने सोमवार और मंगलवार को उत्तर प्रदेश के नेताओं के साथ बैठक की. इस बैठक में राहुल गांधी भी मौजूद थे.