गोडसे को देशभक्त बताने पर प्रियंका का साध्वी पर निशाना, कहा- बापू का हत्यारा देशभक्त? हे राम!
गोडसे पर दिए बयान पर विवाद खड़ा होने के बाद प्रज्ञा ने अपना बयान वापस लेते हुए माफी मांग ली. बता दें कि शहीद हेमंत करकरे को लेकर दिए आपत्तिजनक बयान के बाद चुनाव आयोग ने साध्वी के चुनाव प्रचार पर 72 घंटे की रोक लगा दी थी.
नई दिल्ली: नाथूराम गोडसे को 'देशभक्त' बताने वाले भोपाल से भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बृहस्पतिवार को चुनौती दी कि भगवा पार्टी के 'राष्ट्रवादी सितारे' इस पर अपना रुख स्पष्ट करें. प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ''बापू का हत्यारा देशभक्त? हे राम!'' उन्होंने कहा, ''अपने उम्मीदवार के बयान से आपका दूरी बनाना पर्याप्त नहीं है. भाजपा के राष्ट्रवादी सितारों के पास अपना रुख स्पष्ट करने की हिम्मत है?''
बापू का हत्यारा देशभक्त? हे राम!
Distancing yourself from your candidate is not enough. Nationalistic luminaries of the BJP, have the guts to spell out your stand. — Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 16, 2019
भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा की प्रत्याशी एवं मालेगांव बम धमाकों की आरोपी प्रज्ञा ने बृहस्पतिवार को कहा कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे. भाजपा ने यह कहते हुए प्रज्ञा के बयान से किनारा कर लिया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का हत्यारा (नाथूराम गोडसे) देशभक्त नहीं हो सकता है. विवाद खड़ा होने के बाद प्रज्ञा ने अपना बयान वापस लेते हुए माफी मांग ली.
बयान पर हमलावर कांग्रेस बोली- ये भाजपाई डीएनए है ग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ''अब साफ है, भाजपाई हैं गोडसे के वंशज! भाजपाई बताते हैं गोडसे को देशभक्त और शहीद हेमंत करकरे को देशद्रोही! हिंसा की संस्कृति और शहीदों का अपमान ही है भाजपाई डीएनए!''
एक दूसरे ट्वीट में सुरजेवाला ने लिखा, ''मोदी-अमित शाह जी की चहेती भाजपा नेत्री, प्रज्ञा ठाकुर ने एक बार फिर गांधी जी के हत्यारे, नाथूराम गोडसे को 'सच्चा देशभक्त' बता पूरे देश का अपमान किया है. यह भारत के गांधीवादी मूल सिद्धांतों का तिरस्कार करने का घिनौना भाजपाई षडयंत्र है.''
विवादित बयान को लेकर पहले लग चुका है प्रचार पर बैन बता दें कि शहीद हेमंत करकरे को लेकर दिए आपत्तिजनक बयान के बाद चुनाव आयोग ने साध्वी के चुनाव प्रचार पर 72 घंटे की रोक लगा दी थी. साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि मैंने करकरे को श्राप दिया था इसकी वजह से वे आतंकवादियों के हाथों मारे गए. उनके इस बयान के बाद विपक्षी दलों और आम लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी.