Priyanka Gandhi Election Rally: प्रियंका गांधी 26 जनवरी से करेंगी चुनावी प्रचार का आगाज, कांग्रेस की दिल्ली वापसी की उम्मीद, महिलाओं और युवाओं पर फोकस
Priyanka Gandhi: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा 26 जनवरी से दिल्ली में चुनाव प्रचार की शुरुआत कर सकती हैं. पार्टी उन्हें प्रमुख क्षेत्रों में रैलियों के माध्यम से प्रचार अभियान का चेहरा बना रही है.

Delhi Elections 2025: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा 26 जनवरी से दिल्ली में चुनाव प्रचार की शुरुआत कर सकती हैं. पार्टी के सीनियर नेताओं के अनुसार प्रियंका गांधी उत्तर-पूर्वी दिल्ली में अपनी पहली रैली को संबोधित करेंगी. पार्टी को उम्मीद है कि प्रियंका का नेतृत्व दिल्ली में कांग्रेस के चुनावी अभियान को मजबूती देगा. कांग्रेस उम्मीदवारों ने प्रियंका गांधी से अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में प्रचार करने का अनुरोध किया है. हालांकि वह केवल चुनिंदा और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ही रैलियां करेंगी.
दिल्ली के विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने जनता से पांच बड़े वादे किए हैं. इनमें "प्यारी दीदी योजना" के तहत महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति महीने देने का वादा सबसे अहम है. इसके अलावा हर दिल्लीवासी को 25 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा, शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार कौशल विकसित करने के लिए 8,500 रुपये प्रति माह वजीफा, 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर और 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया गया है. कांग्रेस का मानना है कि इन वादों के जरिए वह जनता का विश्वास दोबारा जीत सकती है. 2015 और 2020 के चुनावों में पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी थी ऐसे में इस बार उसकी तैयारी जोरदार है.
राहुल गांधी की रैली रद्द होने से उठे सवाल
गुरुवार (23 जनवरी) को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद में राहुल गांधी की रैली रद्द हो गई जिससे चुनाव प्रचार में उनकी सक्रियता को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. खराब स्वास्थ्य के चलते राहुल गांधी ने कई कार्यक्रमों में हिस्सा नहीं लिया है. इससे पहले 13 जनवरी को सीलमपुर में उनकी एकमात्र रैली हुई थी. गुरुवार (23 जनवरी) को मुस्तफाबाद की रैली रद्द होने के बाद कांग्रेस के रणनीतिकारों की प्राथमिकता अब प्रियंका गांधी पर केंद्रित हो गई है.
महिला और युवा वोटरों पर प्रियंका का खास फोकस
दिल्ली में पिछले दो विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी. अब प्रियंका गांधी की रैलियों से पार्टी को नई उम्मीदें हैं. कांग्रेस को विश्वास है कि प्रियंका का प्रभाव और पार्टी के वादे इस बार जनता को लुभाने में कामयाब होंगे. प्रियंका का फोकस महिला और युवा मतदाताओं पर है. आगामी चुनावों में ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या कांग्रेस अपने प्रदर्शन में सुधार कर पाती है.
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