Priyanka Gandhi Wayanad Bye Election: प्रियंका गांधी की वायनाड उपचुनाव में जीत ने भारतीय राजनीति में एक ऐतिहासिक मोड़ लिया है. इस जीत के बाद, गांधी परिवार के तीन सदस्य एक साथ संसद में बैठने जा रहे हैं. यह पहली बार होगा, जब गांधी परिवार के तीन सदस्य राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी संसद में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे.
आजादी के बाद से गांधी परिवार के तीन सदस्य कभी एक साथ संसद में नहीं बैठे थे. इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के समय भी ऐसा अवसर नहीं आया. इंदिरा गांधी और राजीव गांधी दोनों ही अलग-अलग समय में प्रधानमंत्री रहे थे, लेकिन कभी परिवार के तीन सदस्य एक साथ संसद में नहीं थे. इस बदलाव ने गांधी परिवार के राजनीतिक महत्व को एक नया आयाम दिया है.
प्रियंका गांधी की वायनाड जीत के मायने
प्रियंका गांधी की वायनाड उपचुनाव में जीत ने इस रिकॉर्ड को संभव बनाया है. इससे पहले, सोनिया गांधी राज्यसभा से सांसद हैं और राहुल गांधी लोकसभा में सांसद हैं, जबकि प्रियंका गांधी ने अब लोकसभा चुनाव में अपनी जगह बनाई है. इस तरह, अब गांधी परिवार के तीन सदस्य संसद में एक साथ होंगे.
वायनाड लोकसभा उपचुनाव जीतने के बाद प्रियंका गांधी ने एक्स पर लिखा, "वायनाड के मेरे प्यारे भाइयो-बहनो, यह जीत आप में से प्रत्येक की जीत है. मैं आपको विश्वास दिलाती हूं कि मेरा काम इस तरह से होगा कि आप में उस भावना को जगाया जा सके. आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपने एक प्रतिनिधि चुना है जो आपकी अपेक्षाओं और चिंताओं को समझता है और जो आप में से एक की तरह महसूस करती है."
प्रियंका ने लिखा, "मैं संसद में वायनाड की आवाज बनने के लिए तैयार हूं. मुझे यह अवसर देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद. और उससे भी ज्यादा, आपने मुझे जो प्यार दिया है उसके लिए धन्यवाद. मैं यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के अपने कार्यालय में अपने सहयोगियों, नेताओं, कार्यकर्ताओं और दोस्तों को धन्यवाद देती हूं जो इस पूरी यात्रा में मेरे साथ रहे हैं, यहां तक कि बिना भोजन या आराम के. आप हमारे विश्वासों और पदों पर विजय पाने के लिए योद्धाओं की तरह लड़े. मैं अपनी मां, रॉबर्ट और मेरे बच्चों रेहान और मिराया को उनके साहस और समर्थन के लिए पर्याप्त धन्यवाद नहीं दे सकता. मेरे प्यारे भाई राहुल, आप वास्तव में बहादुर हैं. हमेशा मेरे मार्गदर्शक और साहस बने रहने के लिए धन्यवाद."
गांधी परिवार की संसद में उपस्थिति
गांधी परिवार की संसद में उपस्थिति न केवल इस परिवार की राजनीतिक ताकत को और मजबूत करेगी, बल्कि यह कांग्रेस पार्टी के लिए भी एक नई उम्मीद का संकेत है. प्रियंका गांधी की जीत के बाद, अब गांधी परिवार का असर भारतीय राजनीति में और गहरा होगा. इस बदलाव को लेकर राजनीति में चर्चाएं तेज हो गई हैं और गांधी परिवार के इस सामूहिक संसद में बैठने से राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं.
ये भी पढ़ें:
दादा की सीट पर पोते की जीत, तीसरी पीढ़ी विधानसभा पहुंची! जानें करहल विधानसभा सीट का इतिहास