Pudupalli Bypoll 2023: केरल में कोट्टयम जिले की पुडुपल्ली विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए तीन सप्ताह से जारी प्रचार अभियान रविवार (3 सितंबर) शाम को खत्म हो गया. सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) राज्य में विकास को बढ़ावा देने का दावा कर रहा है, जबकि कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) अपने नेता ओमन चांडी के निधन के बाद उनके प्रति सहानुभूति की लहर पर निर्भर है.


दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) चुनाव प्रचार के दौरान यह तर्क देती नजर आई कि दक्षिणी राज्य और विधानसभा क्षेत्र में विकास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की नीतियों के प्रयासों से हुआ है.


यूडीएफ के प्रचार अभियान में दिखे कांग्रेस के दिग्गज
चुनाव प्रचार के दौरान प्रतिद्वंद्वी दलों के नेताओं की ओर से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी देखने को मिला. विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेताओं ने रैलियां भी कीं. प्रचार के दौरान केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और उनके परिवार पर भी विपक्षी यूडीएफ और बीजेपी ने प्रहार किया.


यूडीएफ के प्रचार अभियान में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी सांसद शशि थरूर जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के अलावा इसकी राज्य इकाई के प्रमुख के सुधाकरन, विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन और रमेश चेन्निथला ने अहम भूमिका निभाई.


'हमें पूरा विश्वास है कि हम यह उपचुनाव जीतेंगे'
सतीशन ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विश्वास जताया कि पार्टी उस सीट को बरकरार रखेगी, जिस पर 53 वर्षों से ओमन चांडी का कब्जा था. सतीशन ने कहा, 'हमें पूरा विश्वास है कि हम यह उपचुनाव जीतेंगे. हमारा मानना है कि चांडी ओमन राजनीतिक और धार्मिक बाधाओं को पार करते हुए वोट हासिल कर सकते हैं. यह चुनाव ओमन चांडी के प्रति लोगों के प्यार और वामपंथी सरकार के खिलाफ जनादेश को प्रतिबिंबित करेगा. '


कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी का 18 जुलाई को निधन होने के चलते पुडुपल्ली सीट खाली हुई है और इस सीट पर उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी. कांग्रेस ने ओमन चांडी के बेटे चांडी ओमन को उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया है.


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